PM Modi in Kashmir: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार (7 मार्च) को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर पहुंचे. यहां उन्होंने कश्मीरी शिल्पकारों और कलाकारों से बात की. आर्टिकल 370 के हटने के बाद पीएम मोदी पहली बार जम्मू-कश्मीर पहुंचे थे. आर्टिकल 370 को 5 अगस्त, 2019 को हटाया गया था. ऐसे में पांच सालों में पहली बार घाटी पहुंचने वाले पीएम मोदी को लेकर खास तैयारियां की गई थीं. प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में घाटी के लोगों को संबोधित किया.
वहीं, पीएम मोदी ने बख्शी स्टेडियम पहुंचने पर सबसे पहले वहां लगी प्रदर्शनी का जायजा लिया. इस दौरान उनकी नजर प्रदर्शनी के शॉल वाले स्टैंड पर टिकी. यहां पहुंचकर उन्होंने हाथों से बुनी हुई पश्मीना शॉल को खरीदा. उन्होंने काफी देर तक शॉल को हाथ में रखकर उसकी बारिकियों को भी देखा. पीएम मोदी ने बख्शी स्टेडियम में लगी प्रदर्शनी से जिस पश्मीना शॉल को खरीदा, उसे मुजतबा कादरी नाम के एक बुनकर ने अपने हाथों से बुनकर तैयार किया था.
PM के जरिए हमारी शॉल को चुनना सौभाग्य की बात: मुजतबा कादरी
इंडिया टुडे से बात करते हुए मुजतबा कादरी ने कहा, 'हमें यह सौभाग्य प्राप्त हुआ है कि प्रधानमंत्री मोदी ने आज अपनी यात्रा के दौरान हमारे हाथ से बुने हुए शॉलों में से एक को चुना. ये हमारे ब्रांड Me & K के लिए गर्व का पल है. शॉल को जीआई टैग मिला हुआ है. सरकार ने हस्तशिल्प विभाग के माध्यम से एक ऐसी सर्विस शुरू की है, जहां वे हर शॉल पर एक क्यूआर कोड टैग करते हैं.'
पीएम को शॉल की बारीकी के बारे में मालूम था: मुजतबा कादरी
जीआई टैग के बारे में आगे बताते हुए मुजतबा ने कहा, 'क्यूआर कोड के जरिए आपको शॉल की डिटेल्स मिल जाती है कि इसे हाथों से काता गया है या फिर हाथ से बुना गया है. शॉल का माइक्रोन क्या है और शॉल निर्माता कौन है. इसके जरिए आपको शॉल के कारीगर की जानकारी भी मिल जाती है.' मुजतबा ने कहा, 'पीएम मोदी को बहुत अच्छे से मालूम था कि हाथ से काती गई चीजें कैसे काम करती हैं, क्योंकि उन्होंने खादी का उदाहरण दिया था.'
कश्मीर खुल कर सांस ले रहा
वहीं, बख्शी स्टेडियम में लोगों को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि जब से आर्टिकल 370 को निरस्त किया गया है, तब से जम्मू-कश्मीर विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है और स्वतंत्र रूप से सांस ले रहा है. उन्होंने कांग्रेस पर अनुच्छेद 370 पर न केवल जम्मू-कश्मीर के लोगों को बल्कि पूरे देश को गुमराह करने का आरोप लगाया. प्रधानमंत्री ने आगामी रमजान के पवित्र महीने और महाशिवरात्रि के पर्व के लिए अपनी शुभकामनाएं भी दीं.
यह भी पढ़ें: PM Modi in Kashmir: कश्मीर में पांच साल बाद पहुंचे पीएम मोदी, जानें आर्टिकल 370 को लेकर क्या कहा