Purvanchal Expressway: योगी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का इसी महीने पीएम नरेंद्र मोदी उद्घाटन कर सकते हैं. फिलहाल तारीख तय नहीं है लेकिन एक्सप्रेस-वे का काम करीब-करीब पूरा हो गया है. बारिश के कारण सड़क पर कुछ जगहों पर पानी था. एक्सप्रेस-वे के बन जाने से दिल्ली से वाराणसी अब लोग 8 घंटे में पहुंच सकते हैं. वहीं अगले साल की शुरुआत में यूपी में चुनाव होने हैं. उससे पहले बीजेपी सरकार हर हाल में एक्सप्रेस-वे शुरू कर लेना चाहती है. इसी बहाने विकास का नारा बुलंद करने की तैयारी है. अखिलेश यादव की सरकार में इसके लिए जमीन अधिग्रहण का काम शुरू हुआ था.
सब कुछ ठीक रहा और प्रधानमंत्री को समय मिला तो पीएम नरेंद्र मोदी इसी महीने पूर्वांचल एक्सप्रेस का लोकार्पण कर सकते हैं. करीब 341 किलोमीटर का ये हाईवे लखनऊ और गाजीपुर को जोड़ता है. पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लखनऊ के चांदसराय से शुरू होकर बिहार-यूपी बॉर्डर पर खत्म होगा. ये सड़क बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़ और मऊ से होकर जाती है.
ये पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे राज्य के कई इलाकों की तकदीर और तस्वीर बदल सकती है. इसे बनाने में करीब 22494 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. जिसमें से करीब 11 हजार करोड़ तो जमीन अधिग्रहण के बदले किसानों को मुआवजा देने में खर्च हो गया है. योगी सरकार ने एक्सप्रेस-वे के किनारे मेडिकल संस्थान, मंडी, कोल्ड स्टोरेज, डेयरी और इंडस्ट्रीयल ट्रेनिंग संस्थान शुरू करने का फैसला किया है.
सड़क निर्माण का लिया जायजा
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे बनाने की जिम्मेदारी यूपी एक्सप्रेस-वे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी की है. अथॉरिटी के चेयरमैन अवनीश अवस्थी ने आज सड़क निर्माण का जायजा लिया. वे उस जगह पर भी गए जहां एक्सप्रेस-वे पर हवाई पट्टी बनाई गई है. इमरजेंसी में इस जगह पर फाइटर जेट भी उतारे जा सकते हैं. सुल्तानपुर जिले में इसके लिए एक्सप्रेस-वे पर एयर स्ट्रिप बनाया गया है. अवनीश अवस्थी ने बताया कि एक्सप्रेस-वे का करीब 97 प्रतिशत काम पूरा हो गया है.
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