(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Lok Sabha Election Survey: 2024 लोकसभा चुनाव में 2014 वाला करिश्मा कर सकते हैं मोदी, जानें क्या कहता है सबसे ताजा सर्वे
Mood Of the Nation Survey: लोकसभा चुनाव 2024 में है. उससे पहले जनता की नब्ज टटोलने के लिए एक सर्वे किया गया. ताजा सर्वे के नतीजे मोदी के करिश्मे की ओर इशारा कर रहे हैं. आइए जानते हैं कैसे?
Lok Sabha Election Mood Of The Nation Survey: 2024 के लोकसभा चुनाव में अभी लगभग डेढ़ साल का वक्त बचा है. इससे पहले जनता का मिजाज जानने के लिए एक सर्वे किया गया, जिसके नतीजे इशारा कर रहे हैं कि नरेंद्र मोदी का 2014 वाला करिश्मा फिर से चल सकता है. इसकी बड़ी वजह है उत्तर प्रदेश में मोदी-योगी की जोड़ी. सर्वे के नतीजे बता रहे हैं कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी फिर से धूम मचा सकती है और कांग्रेस की हालत 2024 में पहले से ज्यादा खराब हो सकती है.
बता दें कि 'मूड ऑफ द नेशन' नामक यह सर्वे इंडिया टुडे और सीवोटर ने किया है, जिसके नतीजे शुक्रवार (27 जनवरी) को जारी किए गए. दावा किया गया है कि सर्वे देश के 30 राज्यों में जनता के बीच जाकर किया गया. सर्वे के जो नतीजे आए वो ज्यादातर केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार को खुश करने वाले रहे.
मोदी मैजिक की ओर इशारा कर रहे सर्वे के ये नतीजे
दरअसल, देश में 'मोदी मैजिक' की हैट्रिक की ओर इशारा कर रहे 'मूड ऑफ द नेशन' सर्वे की जड़ें सबसे ज्यादा लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश में हैं. उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं. मूड ऑफ द नेशन सर्वे में जनता से पूछा गया कि अगर आज लोकसभा चुनाव हुए तो उत्तर प्रदेश में किसे कितनी सीटें मिलेंगी और वोट प्रतिशत कितना रहेगा?
इन सवालों के नतीजों में बताया गया कि बीजेपी की अगुवाई वाले गठबंधन (NDA) को 49.3 फीसदी वोटशेयर के साथ 70 सीटें मिलने की संभावना है जबकि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी समेत विपक्षी दलों को 10 सीटें मिलेंगी.
2014 वाला करिश्मा कर कैसे सकते हैं मोदी?
अब अगर सर्वे के नतीजे से 2014 वाले लोकसभा चुनाव के उत्तर प्रदेश में राजनीतिक पार्टियों के प्रदर्शन की तुलना करें तो तब (2014 में) यहां एनडीए को 73 सीटें (बीजेपी 71 + अपना दल 2) मिली थीं. वोट शेयर 43.3 फीसदी रहा था. वहीं, समाजवादी पार्टी 5 सीटें (22.2 फीसदी वोट शेयर), कांग्रेस 2 सीटें (7.5 फीसदी वोट शेयर) और बीएसपी 0 सीट (19.6 फीसदी वोट शेयर) जीती थी.
यह तुलना बताती है कि आज हुए चुनाव तो बीजेपी यूपी में 2014 वाले प्रदर्शन के काफी करीब है. 2014 में यूपी में एनडीए ने जहां 73 सीटें जीती थीं, हालिया सर्वे में उसके 71 सीटें (अगर आज हुए चुनाव तो) जीतने की संभावना जताई गई है. गौर करने वाली बात यह भी है कि हाल के सर्वे में एनडीए के खाते में 71 सीटें जाती दिखाई गई है लेकिन उसके वोट शेयर में पांच फीसदी का उछाल भी बताया गया है. ऐसे में अगर यूपी से बीजेपी का विजय रथ बड़ी जीत के साथ निकलता है तो यह देश में मोदी के किला फतह करने में अहम योगदान निभाएगा.
2019 में यूपी में कुछ फीका हुआ, लेकिन चल गया था मोदी मैजिक
2019 में 2014 के मुकाबले यूपी में एनडीए को 64 (बीजेपी 62 + अपना दल 2) मिली थीं जबकि समाजवादी पार्टी ने 5, बहुजन समाज पार्टी ने 10 और कांग्रेस ने महज 1 सीट जीती थी. इस चुनाव में अर्से तक धुर-विरोधी रहीं समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी एक-दूसरे से गठबंधन करके लड़ी थीं लेकिन कमाल नहीं दिखा पाईं. बाद में गठबंधन टूट गया था. वहीं कांग्रेस ने जो एक मात्र सीट जीती थी वो पार्टी की परंपरागत मानी जाने वाली रायबरेली थी, जहां से सोनिया गांधी ने जीत दर्ज की थी.
यह भी पढ़े- Budget 2023: 'गरीब और बेरोजगार युवाओं को कोई लाभ नहीं', बजट पर पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम का दावा