नई दिल्ली: हर बार की तरह इस बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिवाली जवानों के साथ दिल्ली से बाहर मनाई. पीएम मोदी ने भारत-चीन सीमा के पास उत्तराखंड के हर्षिल में सेना और आईटीबीपी के जवानों को दिवाली की शुभकामनाएं दी, मिठाईयां खिलाई, फोटो खिंचवाई और कुछ देर तक बातें की. इसके बाद पीएम मोदी केदारनाथ के लिए रवाना हो गए. जहां उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की ओर से दिवाली की शुभकामनाओं के जवाब में कहा था हर साल मैं अपने सीमावर्ती इलाके में जाता हूं और अपने जवानों को हैरान करता हूं. इस साल भी बहादुर जवानों के साथ मनाउंगा. उनके साथ वक्त गुजारना खास होता है.
हर्षिल जालंधरी गढ़, भागीरथी नदी और पहाड़ियों के निचली सतह के संगम पर स्थित है. इस मौके पर मोदी ने कहा कि उन्हें कई साल पहले की अपनी कैलाश मानसरोवर यात्रा अभी भी याद है कि कैसे आईटीबीपी के जवानों ने इस पवित्र यात्रा में उनकी और अन्य श्रद्धालुओं की मदद की थी.
आपको बता दें कि मोदी प्रधानमंत्री की शपथ लेने के बाद से ही हर साल जवानों संग दिवाली मनाते हैं. साल 2014 में उन्होंने सियाचिन में दीवाली मनाई थी. 2015 में दीवाली पर वह पंजाब सीमा पर गए थे. इसके अगले साल प्रधानमंत्री हिमाचल प्रदेश गए थे जहां उन्होंने एक चौकी पर भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस के कर्मियों के साथ वक्त बिताया था. मोदी ने पिछले साल प्रधानमंत्री के तौर पर अपनी चौथी दीवाली जम्मू कश्मीर के गुरेज में सैनिकों के साथ मनाई थी.