(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Sri Lanka Crisis: पीएम मोदी ने श्रीलंका के नए राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को भेजा पत्र, कहा- मिलकर काम करने के लिए हैं उत्सुक
Sri Lanka Crisis: गोटाबाया राजपक्षे के राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद पूर्व पीएम रानिल विक्रमसिंघे को नया राष्ट्रपति चुना गया है.
PM Modi Congratulates Ranil Wickremesinghe: श्रीलंका के नए राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने बधाई दी है. पीएम मोदी ने रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickremesinghe) को उनके चुनाव पर बधाई पत्र भेजा है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत स्थापित लोकतांत्रिक साधनों के माध्यम से स्थिरता और आर्थिक सुधार के लिए श्रीलंकाई लोगों का समर्थन करेगा. पीएम मोदी ने साथ ही कहा कि वह भारत और श्रीलंका के बीच सदियों पुराने, घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंधों को मजबूत करने के लिए राष्ट्रपति विक्रमसिंघे के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हैं.
गौरतलब है कि श्रीलंका में आर्थिक संकट को लेकर जोरदार विरोध हुआ था जिसके बाद पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने इस्तीफा दे दिया था. श्रीलंकाई संसद ने बीते बुधवार को राजपक्षे के सहयोगी और पूर्व पीएम रानिल विक्रमसिंघे को राजपक्षे के उत्तराधिकारी के रूप में चुना था. गोटाबाया राजपक्षे ने सिंगापुर पहुंचने के बाद इस्तीफा दिया था. 44 वर्षों में ये पहली बार था जब श्रीलंका की संसद ने सीधे राष्ट्रपति का चुनाव किया.
श्रीलंका की संसद का सत्र बुलाया गया
गोटबाया राजपक्षे के श्रीलंका से भाग जाने के बाद विक्रमसिंघे ने 17 जुलाई को आपातकाल की घोषणा की थी. नए राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे की नियुक्ति के बाद श्रीलंका की संसद का पहला सत्र बुधवार को बुलाया गया है. इस दौरान नए राष्ट्रपति सामाजिक अशांति को खत्म करने के लिए एक सप्ताह पहले लगाए गए आपातकाल को मंजूरी दे सकते हैं.
देश में कई महीनों से फैली है अशांति
श्रीलंका के कानून के संदर्भ में, आपातकाल की स्थिति को लागू होने के 14 दिनों के भीतर संसद द्वारा अनुमोदित किया जाना चाहिए. आपातकालीन नियम पुलिस और सेना को व्यक्तियों को गिरफ्तार करने और हिरासत में लेने व निजी संपत्तियों की तलाशी लेने का अधिकार देते हैं. श्रीलंका (Sri Lanka) में आर्थिक संकट के सबसे खराब दौर के बीच पिछले कई महीनों से अशांति फैली हुई है.
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