नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया. कई दिनों से विपक्ष द्वारा अर्थव्य्वस्था को लेकर लगातार सवाल उठाए जा रहे थे जिसको लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने अर्थव्यवस्था पर जोर देते हुए काफी सारी अहम बातों को अपने भाषण में शामिल किया. आपको बताते हैं उनके भाषण में अर्थव्यवस्था से जुड़ी कुछ खास बातें-
तीन दशक तक विश्व अर्थव्यवस्था को गति देगा भारत. इसके साथ ही हमारा देश दुनिया की छठी बड़ी अर्थव्यवस्था बना.
देश में खाद्यान्न का रिकार्ड उत्पादन हुआ. फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य डेढ़ गुना किया गया.
भारतीय अर्थव्यवस्था जोखिमपूर्ण से आगे बढ़कर मजबूत बुनियाद वाली अर्थव्यवस्था बनी. जीएसटी में शुरू में कुछ कठिनाइयों के बावजूद व्यापारियों ने अपनाया.
पहले दुनिया लाल फीताशाही की बात करती थी, आज लाल कालीन की बात हो रही. पहले भारत की छवि नीतिगत शिथिलता वाले देश की थी लेकिन आज सुधारों, बेहतर प्रदर्शन और रूपांतरण की बात हो रही.
पहले पांच कमजोर अर्थव्यवस्था में गिनती होती थी लेकिन आज भारत अरबों डालर का निवेश गंतव्य है.
अंतराष्ट्रीय मंचों पर भारत की साख बढ़ी है.
भारत अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन की पूरे विश्व में अगुवाई कर रहा है.
मुद्रा योजना के तहत 13 करोड़ लोगों को कर्ज दिया गया. चार करोड़ युवाओं ने पहली बार कर्ज लिया.
देश के तीन लाख गावों में साझा सेवा केंद्र (कामन सर्विस सेंटर) देश के युवा चला रहे हैं.
पहली बार देश में कृषि निर्यात नीति लाने की तैयारी ताकि हमारे देश का किसान भी विश्व बाजार में पूरी ताकत के साथ खड़ा हो सके.
मछली उत्पादन में देश दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक बना. शहद का निर्यात दोगुना हुआ.
एथनाल का उत्पादन तीन गुना बढ गया.
प्रत्यक्ष करदाताओं की संख्या चार कराड़ से बढ़कर पौने सात करोड़ हुई. अप्रत्यक्ष करदाताओं की संख्या 70 लाख से बढ़कर 1.16 करोड़ पर पहुंची.
विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ ले रहे फर्जी लाभार्थियों और बिचौलियों की पहचान कर उन्हें सूची से हटाया गया. इससे 90,000 करोड़ रुपये की बचत हुई.