PM Modi Interview Highlights: चीन-पाकिस्तान को पीएम मोदी की दो टूक, जी20 समिट से पहले प्रधानमंत्री का इंटरव्यू
PM narendra modi interview: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक न्यूज एजेंसी को इंटरव्यू दिया है. इस दौरान उन्होंने जी20, आतंकवाद, रूस यूक्रेन युद्ध समेत कई मुद्दों पर बात की. यहां पढ़िए लाइव अपडेट.
अंतरराष्ट्रीय संस्थानों पर पीएम मोदी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों को बदलती वास्तविकताओं को पहचानने, अपनी प्राथमिकताओं पर फिर से विचार करने और सबकी आवाजों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने की आवश्यकता है. संयुक्त राष्ट्र रिफॉर्म पर पीएम मोदी ने कहा कि 20वीं सदी के मध्य का दृष्टिकोण 21वीं सदी में दुनिया की सेवा नहीं कर सकता.
विकास के मुद्दे पर पीएम मोदी ने कहा कि हमारे पास डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी और डायवर्सिटी है, और हमने अब चौथा 'डी' यानी डेवलेपमेंट जोड़ा है.
जलवायु परिवर्तन पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दृष्टिकोण प्रतिबंधात्मक नहीं बल्कि रचनात्मक होना चाहिए. यह मत करो या वह मत करो, पर ध्यान केंद्रित नहीं करना चाहिए. जलवायु परिवर्तन से लड़ने का कोई वन-साइज-फिट्स-ऑल समाधान नहीं है.
टेक्नोलॉजी पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत टेक्नोलॉजी के लोकतंत्रीकरण का पुरजोर समर्थन करता है. हमारी नीतियां एक बड़े वैश्विक आंदोलन के लिए महत्वपूर्ण कदम हैं. भारत टेक्नोलॉजी को समानता और समावेशन का एजेंट बना रहा है.
पीएम मोदी ने जी-20 के शिखर सम्मेलन के आयोजन को लेकर कहा कि भारत 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं वाले इस समूह में अफ्रीकी संघ को पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल करने का समर्थन करता है क्योंकि सभी आवाजों को प्रतिनिधित्व और स्वीकार्यता मिलने तक दुनिया के भविष्य के लिए कोई भी योजना सफल नहीं हो सकती. अफ्रीका भारत के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है और वह वैश्विक मामलों में उन लोगों को शामिल करने के लिए काम करता है जिन्हें यह महसूस होता है कि उनकी आवाज नहीं सुनी जा रही है.
पीएम मोदी ने 'विजन 2047' का जिक्र करते हुए कहा, 'हमारे लोगों के जीवन की गुणवत्ता दुनिया के सर्वश्रेष्ठ देशों के बराबर होगी. प्रकृति और संस्कृति दोनों की देखभाल करते हुए इसे हासिल करेंगे.'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'हमारे पास डेमोक्रेसी (लोकतंत्र), डेमोग्राफी (जनसांख्यिकी) और डायवर्सिटी (विविधता) है और हमने अब चौथा ‘डी’ यानी डेवलपमेंट (विकास) जोड़ा है.'
पीएम मोदी ने कहा, 'अंतर्राष्ट्रीय समुदाय भारत की प्रगति का कायल है, यह अचानक नहीं हुआ है, यह कार्य-उन्मुख ‘रोड-मैप’ का परिणाम है.'
प्रधानमंत्री मोदी ने जी-20 का जिक्र करते हुए कहा, 'जी-20 में अफ्रीका हमारे लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है. सभी की आवाज सुने बिना विश्व में भविष्य की कोई भी योजना सफल नहीं हो सकती. जी 20 के सालभर चलने वाले कार्यक्रमों में डेढ़ करोड़ से ज्यादा भारतीय शामिल हैं. हम जी-20 की अध्यक्षता के बाद भी इसमें रचनात्मक योगदान जारी रखेंगे.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साक्षातकार में भारत की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए कहा, 'कभी केवल एक बड़े बाजार के रूप में देखा जाने वाला भारत अब वैश्विक चुनौतियों के समाधान का हिस्सा है. भारत की जी 20 अध्यक्षता का विषय ‘‘वसुधैव कुटुंबकम’’ सिर्फ एक नारा नहीं बल्कि व्यापक दर्शन है, जो हमारे सांस्कृतिक लोकाचार से लिया गया है.'
प्रधानमंत्री ने मुद्रास्फीति को लेकर कहा, 'वैश्विक मुद्रास्फीति(महंगाई) से लड़ने के लिए नीतिगत रुख का समय पर और स्पष्ट संचार महत्वपूर्ण है. मुद्रास्फीति दुनिया के सामने प्रमुख मुद्दा है. हमारी(भारत) जी20 अध्यक्षता ने ऐसी नीतियों को मान्यता दी है जिसमें एक देश में मुद्रास्फीति दूसरे देशों को प्रभावित नहीं करती है.'
सत्ता पाने के लिए बनाई जाने वाली नीतियों को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'गैर-जिम्मेदाराना वित्तीय और लोकलुभावन नीतियों के अल्पकालिक राजनीतिक परिणाम मिल सकते हैं, लेकिन लंबी अवधि में इसकी बड़ी सामाजिक और आर्थिक कीमत चुकानी पड़ सकती है.' उन्होंने कहा, 'इसका सबसे अधिक असर सबसे गरीब वर्ग पर पड़ता है.'
पीएम मोदी ने साक्षातकार में कहा, 'फर्जी खबरें अराजकता का कारण बन सकती हैं और इनसे समाचार माध्यमों की विश्वसनीयता को नुकसान पहुंच सकता है. इसका इस्तेमाल समाज में अशांति के लिए किया जा सकता है.'
पीएम मोदी ने साइबर क्राइम में आतंवादियों की भूमिका के बारे में बात की. उन्होंने कहा, 'आतंकवादी अपने नापाक मंसूबों को पूरा करने के लिए ‘डार्कनेट’, ‘मेटावर्स’ और ‘क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म’ का उपयोग कर रहे हैं. इससे राष्ट्रों के सामाजिक ताने- बाने पर इसका असर पड़ सकता है.'
प्रधानमंत्री ने साइबर खतरों को लेकर कहा कि इसे बहुत गंभीरता से लिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, 'साइबर आतंकवाद, ऑनलाइन कट्टरपंथ, धनशोधन इस खतरे की झलक भर हैं. भारत की साइबर क्षेत्र ने अवैध वित्तीय गतिविधियों और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक नया आयाम पेश किया है.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साइबर अपराध से लड़ने के दुनिया भर के देशों की भूमिका उल्लेख किया. उन्होंने कहा, 'साइबर अपराधों से लड़ने में वैश्विक सहयोग न केवल वांछनीय बल्कि अपरिहार्य है.'
रूस-यूक्रेन युद्ध पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'विभिन्न जगहों पर अलग-अलग संघर्षों को सुलझाने के लिए बातचीत और कूटनीति ही एकमात्र रास्ता है.'
एक दशक से भी कम समय में पांच पायदान की छलांग लगाने की उपलब्धि का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि निकट भविष्य में भारत दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि आज भारतीयों के पास विकास की नींव रखने का एक बड़ा मौका है जिसे अगले एक हजार वर्षों तक याद किया जाएगा.
प्रधानमंत्री ने कहा, 'भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र होगा, भारत में भ्रष्टाचार, जातिवाद और सांप्रदायिकता की हमारे राष्ट्रीय जीवन में कोई जगह नहीं होगी.'
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘सबका साथ, सबका विकास विश्व कल्याण के लिए भी एक मार्गदर्शक सिद्धांत हो सकता है.‘
पीएम मोदी ने कश्मीर, अरुणाचल में जी-20 बैठक पर पाकिस्तान, चीन की आपत्तियों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि देश के हर हिस्से में बैठकें आयोजित करना स्वाभाविक है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, दुनिया का जीडीपी-केंद्रित दृष्टिकोण रहा है, अब मानव-केंद्रित दृष्टिकोण में बदल रहा है. भारत इसमें उत्प्रेरक की भूमिका निभा रहा है.
पीएम मोदी ने पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि लंबे समय तक भारत को एक अरब भूखे पेट वाले देश के रूप में देखा जाता था, अब यह एक अरब महत्वाकांक्षी मस्तिष्क और दो अरब कुशल हाथों वाला देश है.
बैकग्राउंड
Prime minister narendra modi interview: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में जी-20 सम्मेलन, रूस यूक्रेन युद्ध, भारत में भ्रष्ट्राचार, जातिवाद और संप्रदायवाद पर चर्चा की है.
पीएम मोदी ने कश्मीर, अरुणाचल में जी-20 बैठक पर पाकिस्तान, चीन की आपत्तियों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि देश के हर हिस्से में बैठकें आयोजित करना स्वाभाविक है.
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