73 साल की उम्र में गहरे समुद्र में जाकर PM मोदी ने द्वारका नगरी के किए दर्शन, Video देख हर कोई हैरान
PM Modi Scuba Diving: पीएम मोदी ने स्कूबा डाइविंग करने के बाद कहा कि 21वीं सदी के भारत की भव्यता की तस्वीर उनकी आंखों के सामने घूम गई और वह काफी देर तक पानी के अंदर रहे.
PM Modi Scuba Diving Video: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (25 फरवरी) को गुजरात में पंचकुई समुद्र तट पर स्कूबा डाइविंग की और पानी में डूबी भगवान कृष्ण की प्राचीन द्वारका नगरी के दर्शन करने के साथ ही वहां पूजा-अर्चना भी की. पीएम मोदी ने कहा कि वहां प्रार्थना करना एक बहुत ही दिव्य अनुभव था. सफेद डाइविंग हेलमेट और गेरुआ वस्त्र पहने पीएम मोदी समुद्र तल में बैठे और हाथ जोड़कर प्रार्थना की.
मोर के पंख साथ ले गए पीएम मोदी
इस दौरान नौसेना के गोताखोरों ने उनकी इसमें मदद की. इससे पहले पीएम मोदी हाथ में मोर पंख लिए वहां पहुंचे और उसे भगवान कृष्ण को अर्पित किया. पानी से बाहर आने के बाद पीएम मोदी ने कहा, ‘‘यह साहस से कहीं अधिक, यह आस्था था." स्कूबा डाइविंग बेट द्वारका द्वीप के पास द्वारका के तट पर कराई जाती है, जहां लोग पुरातत्वविदों कई ओर से खोजी गई समुद्र में डूबी प्राचीन द्वारका के मौजूद अवशेषों को देख सकते हैं.
पीएम मोदी ने बाद में यहां एक सभा को संबोधित करते हुए अपने अनुभव साझा किया. उन्होंने कहा, "जब वह प्राचीन शहर को स्पर्श कर रहे थे, तो 21वीं सदी के भारत की भव्यता की तस्वीर उनकी आंखों के सामने घूम गई और वह काफी देर तक पानी के अंदर रहे. समुद्र में द्वारका के दर्शन ने विकसित भारत के मेरे संकल्प को और मजबूत किया है."
विकास भी, विरासत भी!
— BJP (@BJP4India) February 25, 2024
गहरे समंदर में जाकर भारत की महान विरासत प्राचीन द्वारका जी के दर्शन करते पीएम मोदी। pic.twitter.com/U6eZLRAYz9
पीएम मोदी ने अपने अनुभव शेयर किए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स (पहले ट्विटर) पर कुछ तस्वीरों के साथ अपना अनुभव भी साझा किया. उन्होंने कहा, ‘‘आज गहरे समुद्र में दिव्य और भव्य द्वारका जी के दर्शन की अनुभूति अविस्मरणीय बन गई है. मुझे आध्यात्मिक भव्यता और कालातीत भक्ति के एक प्राचीन युग से जुड़ाव महसूस हुआ. भगवान श्री कृष्ण का आशीर्वाद हम सभी पर बना रहे.’’
पीएम मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि वह पवित्र शहर को छूने के अपने दशकों पुराने सपने के पूरा होने से अभिभूत हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मैं समुद्र की गहराई में गया और प्राचीन द्वारकाजी को देखा. पुरातत्वविदों ने समुद्र में डूबी द्वारका के बारे में बहुत कुछ लिखा है. हमारे धर्मग्रंथों में भी द्वारका के बारे में बहुत कुछ कहा गया है. कहा जाता है कि भगवान विश्वकर्मा ने ही इस द्वारका शहर का निर्माण किया था.’’
पीएम मोदी ने कहा, "प्राचीन द्वारका शहर एक महान शहर की योजना और विकास का एक अच्छा उदाहरण था और जब वह समुद्र में इसके दर्शन कर रहे थे, तो उन्हें उसी प्राचीन भव्यता और दिव्यता का अनुभव हुआ. मैंने वहां भगवान श्री कृष्ण को प्रणाम किया. मैं अपने साथ मोर पंख भी ले गया, जो मैंने भगवान कृष्ण को अर्पित किया."
श्रीकृष्ण मंदिर में पीएम ने की पूजा-अर्चना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कई वर्षों से वह समुद्र में जाने और प्राचीन द्वारका शहर के जो कुछ भी अवशेष हैं, उन्हें छूने और श्रद्धांजलि अर्पित करने को लेकर बहुत उत्सुक थे. उन्होंने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा, "मेरी कई वर्षों की इच्छा आज पूरी हो गई. मैं रोमांचित हूं, भावनाओं से अभिभूत हूं. आप कल्पना कर सकते हैं कि मुझे कितनी खुशी हुई होगी जब दशकों का मेरा सपना आज उस पवित्र भूमि को छूकर पूरा हो गया."
पीएम मोदी ने द्वारका में भगवान श्रीकृष्ण मंदिर में भी पूजा-अर्चना की. उन्होंने अरब सागर पर देवभूमि द्वारका जिले में बेट द्वारका द्वीप को मुख्य भूमि ओखा से जोड़ने वाले देश के सबसे लंबे 2.32 किलोमीटर के केबल आधारित पुल सुदर्शन सेतु का सुबह उद्घाटन किया. उन्होंने देवभूमि द्वारका, जामनगर और पोरबंदर जिलों के लिए 4,100 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया.
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