नई दिल्ली: कई दिनों से देश की अर्थव्यवस्था पर बहस छिड़ी हुई है. बीजेपी के ही बड़े नेता मोदी सरकार को घेर रहे हैं तो विपक्षी भी मंदी लाने के आरोप लगा रहे हैं. कहा जा रहा है कि नोटबंदी और जीएसटी से देश की विकास दर रुक गई है. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कंपनी सेक्रेटरी के कार्यक्रम में अर्थव्यवस्था से जुड़े एक-एक मुद्दे पर आंकड़ों के साथ आलोचकों को जवाब दिया है. पीएम मोदी ने कहा देश में मंदी नहीं है. जीएसटी के तहत जहां कहीं रुकावटें हैं और जो भी बदलाव और सुधार करने होंगे वो किए जाएंगे. जीएसटी लागू होने के 3 महीने में जो अनुभव आया है उसके आधार पर आवश्यक कदम लेने के लिए सरकार आपके साथ है.

जीडीपी
मोदी ने कहा कि ये बात सही है कि पिछले 3 सालों में 7.5 फीसद की औसत वृद्धि हासिल करने के बाद इस साल अप्रैल जून की तिमाही में जीडीपी वृद्धि में कमी दर्ज की गई. इस बात से इनकार नहीं करते लेकिन ये बात भी उतनी ही सही है कि सरकार इस ट्रेंड को रिवर्स करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है, क्षमतावान है और हम फैसले लेने के लिए तैयार हैं.

इकोनॉमी
मोदी ने विकास दर की आलोचना करने वालो से कहा कि कुछ लोग सच को सच नहीं कह रहे हैं. विकास को सही दिशा मिल रही है. आपको अवश्य याद होगा कि हमारे देश में किसी वक्त जीडीपी वृद्धि से ज्यादा महंगाई में वृद्धि की चर्चा होती थी. वित्तीय घाटा, चालू घाटे में वृद्धि पर चर्चा प्रमुख रहती थी. रुपये के मुकाबले डॉलर की कीमत बढ़ने पर अखबारों में हेडलाइन बना करती थीं. यहां तक कि ब्याज दर में वृद्धि भी सभी की चर्चा में शामिल हुआ करता था. देश के विकास को विपरीत दिशा में ले जाने वाले ये सभी पैरामीटर्स कुछ लोगों को पसंद आते थे अब जब वही पैरामीटर्स सुधरे हैं, विकास को सही दिशा मिली है तो उन्हीं कुछ लोगों ने आंखों पर पर्दा डाल दिया है. इस पर्दे की वजह से उन्हें दीवार पर लिखी गई स्पष्ट चीजें भी दिखाई नहीं दे रही हैं.

महंगाई
विपक्षी पार्टियां मोदी सरकार पर महंगाई बढ़ाने का आरोप लगाती रही हैं लेकिन मोदी ने आंकडों के जरिए बताया कि महंगाई काबू में है. पीएम मोदी ने कहा कि 10 फीसदी से ज्यादा महंगाई कम होकर अब इस साल औसतन 2.5 फीसदी पर आ गई है. कहां 10% कहां 2.5% ? लगभग 4 फीसदी का करंट अकाउंट डेफिसिट 1 फीसदी के आसपास आ गया है. इन सारे पैरामीटर्स को सुधारते वक्त केंद्र सरकार अपना वित्तीय घाटा पिछली सरकार के 4.5 फीसदी के घटाकर 3.5 फीसदी पर ले आई है. आज विदेशी निवेशक भारत में रिकॉर्ड निवेश कर रहे हैं. भारत का फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व लगभग 30 हजार करोड़ डॉलर से 25 फीसदी बढ़कर 40 हजार करोड़ डॉलर के पार जा चुका है.

मंदी
मोदी ने कहा कि अगर आर्थिक मंदी होती तो कारों की बिक्री जीएसटी के बाद बढ़ नहीं जाती. देश में जून महीने के बाद पैसेंजर कारों की बिक्री में अगर 12 फीसद वृद्धि हुई है तो आप उसको क्या कहेंगे? आप क्या कहेंगे जब आपको पता चलेगा कि जून के बाद कॉमर्शियल गाड़ियों की बिक्री में 23 फीसद से ज्यादा की वृद्धि हुई है? आप क्या कहेंगे जब देश में 2 पहिया वाहनों की बिक्री में 14 फीसद से ज्यादा वृद्धि हुई है?

जीएसटी
जीएसटी को लेकर कुछ व्यापारी नाराज है, उनको मोदी ने संदेश दिया कि अगर जीएसटी में बदलाव करना पड़ा तो वो करेंगे. पीएम ने कहा कि GST लागू होने के 3 महीने बाद क्या हो रहा है, बारीक से बारीक चीजों की फीडबैक लिया है, हर चीज को हमने भलीभांति देखा है.GST काउंसिल की मीटिंग में मैंने उनसे कहा है कि अब 3 महीने हो गए हैं तो हम उसका रिव्यू करें और जहां जहां कठिनाइयां हैं, व्यापारियों को दिक्कत हैं, टेक्निकल दिक्कत है फॉर्म भरने की दिक्कत है जो भी दिक्कत है. उसको एक बार रिव्यू किया जाए. सभी राजनीतिक दल, सभी सरकारें मिलकर इसमें क्या बदलाव करने की जरूरत होगी उस पर काम करें.

देश के व्यापारियों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि हम लकीर के फकीर नहीं हैं और हम कभी ये दावा नहीं करते कि सारा ज्ञान हमें ही है. सही दिशा में जाने के प्रयास में जहां कहीं रुकावटें हैं उनमें सुधार करने के लिए ये सरकार आपके साथ है. 3 महीने में जो अनुभव आया है उसके आधार पर जो भी आवश्यक बदलाव हैं वो जल्द ही कर दिए जाएंगे.

नौकरी
कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष मोदी पर सबसे बड़ा हमला नौकरी को लेकर करता रहा है, मोदी ने इस पर भी जवाब दिया कि पीएफ खातों की संख्या बढ़ी है तो क्या ये नौकरी घटने के संकेत हैं?

कार सेल्स
देश में जून महीने के बाद पैसेंजर कारों की बिक्री में अगर 12 फीसदी वृद्धि हुई है तो आप उसको क्या कहेंगे. आप क्या कहेंगे जब आपको पता चलेगा कि जून के बाद कॉमर्शियल गाड़ियों की बिक्री में 23 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि हुई है, आप क्या कहेंगे जब देश में 2 पहिया वाहनों की बिक्री में 14 फीसदी से ज्यादा वृद्धि हुई है.

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