आलोचकों को पीएम मोदी का जवाब, आंकड़े पेश कर कहा- नहीं है मंदी, रोजगार भी बढ़ा
जीएसटी पर पीएम मोदी ने कहा कि जीएसटी को लागू हुए तीन महीने हुए हैं. हमने बारीक से बारीक चीजों का फीडबैक लिया है. हमने जीएसटी काउंसिल से कहा है कि व्यापारियों को जो कठिनाइयां आ रही है उनका रिव्यू करें.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपनी सरकार पर हो रहे चौतरफा हमले का जमकर जवाब दिया. उन्होंने कहा कि वर्तमान की चिंता में भविष्य दांव पर नहीं लगा सकता. छोटे उद्यमियों पर पीएम मोदी ने कहा कि उनकी जो समस्या है, उसमें मदद करने के लिए सरकार पूरी तरीके से तैयार है.
इसके साथ ही जीएसटी पर पीएम मोदी ने कहा कि जीएसटी को लागू हुए तीन महीने हुए हैं. हमने बारीक से बारीक चीजों का फीडबैक लिया है. हमने जीएसटी काउंसिल से कहा है कि व्यापारियों को जो कठिनाइयां आ रही है उनका रिव्यू करें. सभी पार्टियां और सभी राज्य सरकारें मिलकर इसके बदलाव पर बात करें और उसे करें.
कंपनी सेक्रेटरीज के प्रोग्राम में पहुंचे मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा कि रेवड़ी बांटने के बजाए देश को मजबूत बनाने का कोई और रास्ता नहीं होता क्या? हम देश हित की कीमत पर रेवड़ी नहीं बांटेंगे. पिछली सरकार के आखिरी तीन सालों में काम की रफ्तार और हमारी सरकार के तीन सालों में काम की रफ्तार का फर्क आपको साफ नजर आएगा.
प्रधानमंत्री ने कहा, ''मेहनत से कमाए गए आपके एक-एक पैसे की कीमत यह सरकार समझती है. इसलिए सरकार की नीतियों और योजनाओं में इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है कि वो गरीबों और मध्यम वर्ग की जिंदगी तो आसान बनाएं ही, उनके पैसों की भी बचत कराएं देश के आर्थिक क्षेत्र को खोलने के बाद से लेकर अब तक जितना विदेशी निवेश भारत में हुआ है, उसकी तुलना अगर पिछले तीन वर्षों में हुए निवेश से करें, तो आपको पता चलेगा कि हमारी सरकार जो रिफॉर्म कर रही है, उसका नतीजा क्या मिल रहा है.''
प्रधानमंत्री ने कहा, ''इस सरकार की सारी योजनाएं गरीबों को सशक्त कर रही हैं. जनधन योजना के तहत अब तक 30 करोड़ से ज्यादा गरीबों के बैंक खाते खोले जा चुके हैं. पिछले तीन वर्षों में 21 सेक्टरों से जुड़े 87 छोटे-बड़े रिफॉर्म किए गए हैं. डिफेंस सेक्टर, कंस्ट्रक्शन सेक्टर, फाइनैंशल सर्विसेज, फूड प्रोसेसिंग जैसे कितने ही सेक्टरों में निवेश के नियमों में बड़े बदलाव हुए हैं.''
पीएम मोदी ने कहा, ''देश में पारदर्शिता को लाने में आपकी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है. आप लोग इस बात के जानकार हैं कि देश का कार्पोरेट कल्चर कैसे चलेगा. देश के इतिहास में यह कालखंड बहुत बड़े परिवर्तन का है, देश में ईमानदार और पारदर्शी शासन का महत्व समझा जाने लगा है आपका ध्येय वाक्य है सत्य के रास्ते पर चलो.''
मोदी ने विरोधियों पर तंज कसते हुए कहा, ''ये हमारी सरकार की ही हिम्मत थी कि हम नोटबंदी जैसा फैसला ले पाए. पिछली सरकार के दौरान 6 साल तक 5.7% रही GDP. 49 वर्ष की यात्रा में जिसने योगदान दिया उनका अभिनंदन. आज मुझे खुशी है कि विशिष्ट प्रकार के विद्वानों के बीच में आया हूं, जो इस बात के लिए जिम्मेदार हैं कि देश में हर कंपनी कानून का पालन करे, गड़बड़ी ना करे, पारदर्शिता रखे.''