बलांगीर (ओडिशा): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज केंद्र की पिछली सरकारों पर ‘सल्तनत’ की तरह शासन करने और देश की विरासत की उपेक्षा करने का आरोप लगाया. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनके नेतृत्व वाली सरकार देश की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखने के लिए ही नहीं, बल्कि प्राचीन पहचान को आधुनिकता के साथ जोड़ने के लिए भी प्रतिबद्ध है.


मोदी ने पश्चिमी ओडिशा में स्थित बलांगीर में बीजेपी की एक रैली में कहा, ‘‘पिछली सरकारों ने सल्तनतों की तरह शासन किया और हमारी समृद्ध विरासत की उपेक्षा की. उन्होंने हमारी गौरवशाली सभ्यता की उपेक्षा की और उसके संरक्षण पर ध्यान नहीं दिया.’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि योग भारत की प्राचीन संपत्ति है लेकिन कुछ लोग इसे समझे बिना अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का विरोध कर रहे हैं.


उन्होंने दावा किया कि पूर्व में अमूल्य प्राचीन कलाकृतियां एवं प्रतिमाएं चुराई गईं और उन्हें देश से बाहर ले जाया गया. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार कीमती प्रतिमाओं को विदेश से वापस लाने के लिए ठोस कदम उठा रही है. मोदी ने कहा, ‘‘पिछले चार वर्षों में ऐसी कई प्रतिमाएं वापस लाई गई हैं.’’


प्रधानमंत्री मोदी ने रैली को संबोधित करने से पहले ओडिशा में 1,550 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का उद्धाटन किया. उन्होंने 1,085 करोड़ रुपए की लागत से पूरी हुई 813 किलोमीटर की झारसुगुड़ा- विजयनगरम और सम्भलपुर-अंगुल लाइनों का विद्युतीकरण देश को समर्पित किया.


मेादी ने बरपाली-डुंगरीपाली के 14.2 किलोमीटर और 17.354 किलोमीटर की बलांगीर-देवगांव रेलवे लाइनों के दोहरीकरण का उद्घाटन किया. यह 181.54 किलोमीटर की संबलपुर-टिटलागढ़ रेल पटरी के दोहरीकरण की परियोजना का हिस्सा है.


उन्होंने झारसुगुड़ा में ‘मल्टी मॉडल लाजिस्टिक्स पार्क (एमएमएलपी) का लोकार्पण किया. इस एमएमएलपी को 100 करोड़ रुपए की लागत से पूरा किया गया है. प्रधानमंत्री मोदी ने 115 करोड़ रुपए की लागत से तैयार 15 किलोमीटर लंबी बलांगीर-बिछुपाली रेलवे लाइन का भी उद्घाटन किया. यह 289 किलोमीटर लंबी बलांगीर-खुर्दा लाइन का हिस्सा है. यह लाइन खुर्दा रोड पर हावड़ा-चेन्नई मुख्य लाइन और बलांगीर में टिटलागढ़-संबलपुर लाइन को जोड़ती है.


मोदी ने ओड़िशा में बलांगीर-बिछुपाली मार्ग पर नई ट्रेन को हरी झंडी दिखाई जो क्षेत्र के यात्रियों की सहूलियत बढ़ाएगी. इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने थेरूवली और सिंगापुर रोड स्टेशन के बीच 27.4 करोड़ रुपए की लागत से बने पुल का भी उद्घाटन किया. यह पुल नागावली नदी के ऊपर संपर्क फिर से स्थापित करता है जो जुलाई 2017 में आई बाढ़ में नष्ट हो गया था.


इसके अलावा उन्होंने बौध जिले में नीलमाधव और सिद्धेश्वर मंदिर, बौध में ही स्थित पश्चिम सोमनाथ मंदिरों और बलांगीर में रानीपुर झरियाल स्मारकों के नवीनीकरण और जीर्णोद्धार संबंधी कार्यों का उद्घाटन किया .


उन्होंने जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, पुरी, फूलबनी, बारगढ़ और बलांगीर में छह पासपोर्ट सेवा केंद्रों का उद्घाटन किया. प्रधानमंत्री मोदी ने सोनपुर में 15.81 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली, केंद्रीय विद्यालय की स्थायी इमारत की भी आधारशिला रखी.


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