PM Narendra Modi In Parliament: 'नेहरू-इंदिरा भारतीयों को आलसी मानते थे', PM मोदी ने लोकसभा में कांग्रेस पर साधा निशाना
PM Narendra Modi in Lok Sabha: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में न सिर्फ कांग्रेस पर निशाना साधा बल्कि परिवारवाद की आलोचना भी की.
PM Narendra Modi on Congress: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (5 फरवरी, 2024) को संसद के निचले सदन यानी लोकसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान वक्तव्य में उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी पर भारतीयों को अपमानित करने का आरोप लगाया. पीएम मोदी ने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री (नेहरू) ने दिल्ली के लाल किले से कहा था कि हिंदुस्तान में काफी मेहनत की आदत आमतौर पर नहीं है. हिंदुस्तानी इतना काम नहीं करते जितना कि यूरोप, चीन और जापान में लोग करते हैं. ये न समझिए ये देश जादू से खुशहाल हुए हैं, वे मेहनत और अक्ल से हुए हैं. पंडित नेहरू भारतीयों को आलसी समझते थे. उनके बाद इंदिरा गांधी ने भी भारतीयों को यही समझा.
इंदिरा गांधी का जिक्र करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी आगे बोले, "इंदिरा गांधी की सोच भी इससे (नेहरू से) अलग नहीं थी. उन्होंने कहा था कि हमारी आदत ये है कि जब कोई शुभ काम पूरा होने को होता है तो हम आत्मसंतुष्टि की भावना से भर जाते हैं लेकिन जब कोई कठिनाई आ जाती है तो हम नाउम्मीद हो जाते हैं. कभी-कभी तो ऐसा लगता है कि पूरे राष्ट्र ने ही पराजय की भावना को अपना लिया है." पीएम मोदी ने इसी को आधार बनाकर संसद में विपक्ष की नीतियों और परिवारवाद पर भी निशाना साधा.
विपक्ष पुरानी डफली पुराना राग- PM
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा- इतने साल हो गए मगर विपक्ष ने नेता नहीं बदला. इस परिवारवाद का खामियाजा देश ने भुगता है. विपक्ष पुरानी डफली, पुराना राग अलाप रहा है. देश को स्वस्थ और अच्छे विपक्ष की जरूरत है. हम किस परिवारवाद की बात करते हैं? अगर किसी परिवार में एक से अधिक लोग जनसमर्थन से बलबूते पर राजनीतिक क्षेत्र में प्रवेश करते हैं तो उसे हम परिवारवाद नहीं कहते.
' एक ही परिवार पार्टी चलाए तो...'
स्पीच में नरेंद्र मोदी ने परिवारवाद पर रुख स्पष्ट करते हुए बताया, "हम परिवारवाद उसे कहते हैं जहां परिवार पार्टी चलाता है. पार्टी के सारे निर्णय परिवार के लोग करते हैं, वो परिवारवाद है. हम चाहते हैं कि एक ही परिवार के 10 लोग राजनीति में आएं. नौजवान राजनीति में आएं मगर परिवारवाद के जरिए नहीं. पार्टी पर परिवार का कब्जा चिंता का विषय है."