PM Modi in UP: पीएम मोदी का अखिलेश पर हमला, कहा- कुछ लोगों की प्राथमिकता सिर्फ फीता काटना, लेकिन हमारी योजनाओं को पूरा करना
PM Narendra Modi in UP: पीएम मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में 9,800 करोड़ रुपये की लागत से तैयार सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का उद्घाटन किया.
PM Narendra Modi in UP: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में 9,800 करोड़ रुपये की लागत से तैयार सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का उद्घाटन किया. इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मैं आज देश के उन वीर योद्धाओं को श्रद्धांजलि दे रहा हूं, जिनका 8 दिसंबर को हेलिकॉप्टर में निधन हो गया था. भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत जी का जाना हर भारतप्रेमी, हर राष्ट्रभक्त के लिए बहुत बड़ी क्षति है.
सोच ईमानदार होती है, तो काम भी दमदार होता है- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, ‘’देश की नदियों के जल के सदुपयोग हो, किसानों के खेत तक पर्याप्त पानी पहुंचे, ये सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है. सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का पूरा होना इस बात का सबूत है कि जब सोच ईमानदार होती है, तो काम भी दमदार होता है. आज से करीब 50 साल पहले सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना पर कार्य शुरू हुआ था. जब इस परियोजना पर कार्य शुरू हुआ था, तब इसकी लागत 100 करोड़ रुपये से भी कम थी. आज यह लगभग 10,000 करोड़ रुपये खर्च करने के बाद परियोजना पूरी हुई है.’’
पीएम मोदी ने अखिलेश यादव पर साधा निशाना
पूर्व समाजवादी पार्टी सरकार का नाम लिए बिना पीएम मोदी ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा कि जब मैं आज दिल्ली से चला तो सुबह से इंतजार कर रहा था कि कब कोई आएगा, कहेगा कि मोदी जी इस योजना का फीता तो हमने काटा था, ये योजना तो हमने शुरू की थी. कुछ लोग हैं जिनकी आदत है ऐसा कहने की, हो सकता है कि बचपन में इस योजना का फीता उन्होंने ही काटा हो. कुछ लोगों की प्राथमिकता फीता काटना है, लेकिन हम लोगों की प्राथमिकता योजनाओं को समय पर पूरा करना है.
सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना के बारे में जानिए
सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना से 14 लाख हेक्टेयर से अधिक खेतों भूमि को सिंचाई के लिये पानी मिलेगा और क्षेत्र के लगभग 29 लाख किसान लाभान्वित होंगे. सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना के निर्माण की कुल लागत 9800 करोड़ रुपये से अधिक है, जिसमें से 4600 करोड़ रुपये से अधिक का प्रावधान पिछले चार सालों में किया गया. परियोजना में पांच नदियों घाघरा, सरयू, राप्ती, बाणगंगा और रोहिणी को आपस में जोड़ने का भी प्रावधान किया गया है, ताकि क्षेत्र के लिये जल संसाधन का समुचित उपयोग सुनिश्चित हो सके.