नई दिल्ली: अपने जन्मदिन के मौके मंगलवार को वाराणसी पहुंचे पीएम मोदी के दौरे का आज दूसरा दिन है. कल प्रधानमंत्री ने वाराणसी में स्कूली बच्चों के साथ अपना जन्मदिन मनाया था. वहीं आज प्रधानमंत्री ने वाराणसी को 557 करोड़ की परियोजनाओं का तोहफा दिया. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम वाराणसी का विकास पूर्व के दरवाजे की तरह कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत भोजपुरी भाषा में की. प्रधानमंत्री ने कहा, ''काशी के लोगन ने इतना प्यार देहलां कि बार बार काशी आवेका मन करे ला.' पीएण मोदी ने शुरुआत में वाराणसी की पहचान बन चुके 'हर हर महादेव' का जयघोष भी किया.


परंपराओं को संजोते हुआ वाराणसी का विकास
प्रधानमंत्री ने कहा, ''आज यहां 550 करोड़ रुपए से ज्यादा के प्रोजेक्ट्स का या तो लोकार्पण हुआ है या फिर शिलान्यास हुआ है. विकास के ये कार्य बनारस शहर ही नहीं बल्कि आसपास के गांवों से भी जुड़े हैं. हम काशी में जो भी बदलाव लाने का प्रयास कर रहे हैं वो उसकी परंपराओं को संजोते हुए, उसकी पौराणिकता को बचाते हुए किया जा रहा है. अनंत काल से जो इस शहर की पहचान रही, उसे संरक्षित करते हुए, इस शहर में आधुनिक व्यवस्थाओं का समावेश किया जा रहा है.''


परंपराओं को संजोते हुए साल की शुरुआत
इस मौके पर वाराणसी के एंफिथिएटर ग्राउंड में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''मेरे लिए ये सौभाग्य की बात है देश के लिए समर्पित एक और वर्ष की शुरुआत मैं बाबा विश्वनाथ और मां गंगा के शुभ आशीष से कर रहा हूं. आप सभी का ये स्नेह, ये आशीर्वाद मुझे हर पल प्रेरित करता है.''


वाराणसी शहर ही नहीं आसपास गांवों भी विकास
प्रधानमंत्री ने कहा, ''वाराणसी शहर ही नहीं बल्कि आसपास के गांवों को भी सड़क, बिजली, पानी जैसी सुविधाएं पहुंचाई गई हैं. सांसद के रूप में जिन गांवों को विशेष रूप से विकसित करने का जिम्मा मेरे पास है उनमें से एक नागेपुर गांव के लिए आज पानी के एक बड़े प्रोजेक्ट का लोकार्पण किया गया है.''


शहर के बड़े हिस्से से बिजली के तार गायब हो गए
प्रधानमंत्री ने कहा, ''चार वर्ष पहले जब काशीवासी, बदलाव के इस संकल्प को लेकर निकले थे, तब और आज में अंतर स्पष्ट दिखता है. वरना आप तो उस व्यवस्था के गवाह रहे हैं जब हमारी काशी को भोले के भरोसे, अपने हाल पर छोड़ दिया गया था. मैं बनारस में बिजली के लटकते तारों को देखकर हमेशा सोचता था, कि आखिर कब बनारस को इससे मुक्ति मिलेगी? आज शहर के एक बड़े हिस्से से लटकते हुए तार गायब हो गए हैं. बाकी जगहों पर भी इन तारों को जमीन के भीतर बिछाने का काम तेज़ी से जारी है.''


वाराणसी के आसपास के कामों को गिनाया
प्रधानमंत्री ने कहा, ''बनारस के भीतर हजारों करोड़ रुपए की अनेक सड़क परियोजनाएं चल रही हैं, मडुआडीह फ्लाइओवर का काम पूरा हो चुका है. गंगा नदी पर बने सामने घाट पुल के पूरा होने से, रामनगर आना-जाना और आसान हुआ है. कई दशकों से अंधरा पुल को चौड़ा करने का काम अटका हुआ था. इस काम को भी पूरा किया गया है.''


सोशल मीडिया पर वाराणसी की तस्वीर देख खुशी होती है
उन्होंने कहा, ''वाराणसी में हो रहे विकास के गवाह, यहां एयरपोर्ट पर आने वाले लोग भी बन रहे हैं. हवाई जहाज से बनारस आने वाले लोगों और टूरिस्टों की संख्या में निरंतर बढोतरी हो रही है. स्मार्ट बनारस में स्मार्ट परिवहन हो, इसके लिए ट्रासपोर्ट के हर तरीके को आधुनिक बनाने का काम हो रहा है. सोशल मीडिया पर जब लोगों को खुशी में वाराणसी कैंट स्टेशन की तस्वीरें पोस्ट करते हुए, देखता हूं तो मेरी प्रसन्नता भी दोगुनी हो जाती है. कैंट स्टेशन हो, मडुआडीह हो या फिर सिटी स्टेशन, सभी पर विकास के कार्यों को गति दी गई है, उन्हें आधुनिक बनाने का काम किया जा रहा है.''


मां गंगा के जल में नावों के साथ अब क्रूज़ की भी सवारी
प्रधानमंत्री ने कहा, ''आज काशी में ना सिर्फ आना-जान आसान हो रहा है बल्कि शहर के सौंदर्य को भी निखारा गया है. हमारे घाट अब गंदगी से नहीं रोशनी से अतिथियों का सत्कार करते हैं. मां गंगा के जल में अब नावों के साथ क्रूज़ की सवारी भी संभव हो पाई है. पर्यटन से परिवर्तन का ये अभियान निरंतर जारी है. वाराणसी के बड़े और मुख्य पार्कों का विकास और सौंदर्यीकरण किया गया है. सारनाथ में पर्यटकों के लिए लाइट एंड साउंड शो की व्यवस्था की गई है. बुद्धा थीम पार्क, सारंग नाथ तालाब, गुरुधाम मंदिर, मारकंडेय महादेव मंदिर जैसे अनेक स्थलों का सुंदरीकरण किया जा चुका है.''


हेल्थ हब बन रहा है काशी, हमें पुरातन संस्कृति पर गर्व, भविष्य के प्रति आकर्षण
प्रधानमंत्री ने कहा, ''काशी आज हेल्थ हब के रूप में उभरने लगा है, बीएचयू में आधुनिक ट्रॉमा सेंटर हजारों लोगों के जीवन को बचाने का काम कर रहा है. नए कैंसर और सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल लोगों को इलाज की आधुनिक सुविधाएं देंगे. बीएचयू ने एम्स के साथ एक वर्ल्ड क्लास हेल्थ इंस्टीट्यूट बनाने के लिए समझौता किया है. आज यहां एक तरफ वैदिक विज्ञान केंद्र का शिलान्यास हुआ है तो दूसरी तरफ अटल इंक्यूबेशन सेंटर की भी शुरुआत हुई है. हम सभी को जितना अपनी पुरातन संस्कृति और सभ्यता पर गर्व है उतना ही भविष्य की तकनीक के प्रति हमारा आकर्षण है.''


प्रधानमंत्री ने बताया, ''बीएचयू का इंक्यूबेशन सेंटर आने वाले समय में यहां स्टार्ट अप के लिए नई ऊर्जा देने का काम करेगा. मुझे जानकारी दी गई है कि देशभर से 80 स्टार्ट अप के आवेदन इससे जुड़ने के लिए आ चुके हैं और 20 स्टार्ट अप जुड़ चुके हैं. इस सेंटर के लिए बनारस के युवाओं को विशेष तौर पर बधाई देता हूं''


इलाहाबाद से बनारस तक कुकिंग गैस पाइपलाइन बिछाई गई
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''वाराणसी के हर वर्ग का जीवन स्तर ऊपर उठाने के लिए सरकार प्रयास कर रही है. काशी अब देश के चुनिंदा शहरों में शामिल है, जहां के घरों में पाइप से कुकिंग गैस पहुंच रही है. इसके लिए इलाहाबाद से बनारस तक पाइपलाइन बिछाई गई है. 40,000 से ज्यादा घरों तक पहुंचाने के लिए काम चल रहा है. हम पूरे समर्पण के साथ बनारस में हो रहे परिवर्तन के इस संकल्प को और मजबूत करें. नई काशी, नए भारत के निर्माण में आगे बढ़कर अपना योगदान दें.