PM Modi Inaugurates Vande Bharat Train: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने रविवार (15 जनवरी) को मकर संक्रांति के अवसर पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई. यह कार्यक्रम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुआ. अब देश में वंदे भारत ट्रेन की संख्या 8 हो गई है. यह एक्सप्रेस ट्रेन सिकंदराबाद और विशाखापट्टनम के बीच चलेगी.
पीएम मोदी ने इस दौरान देशवासियों को मकर संक्रांति और पोंगल की शुभकामनाएं भी दी. उन्होंने कहा कि यह वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन तेलंगाना-आंध्र के बीच विरासत को जोड़ने का काम करेगी. यह हमारी आस्था को भी जोड़े रखेगी. आस्था और पर्यटन से जुड़े स्थल ट्रेन के रूट पर पड़ते हैं इसलिए धार्मिक रूप से भी भारत को मजबूती मिलेगी.
'भारती सेना की वीरता अद्वितीय'
उन्होंने कहा कि आज आर्मी डे भी है. हर भारतीय को सेना पर गर्व है. राष्ट्र और उसकी सीमाओं की सुरक्षा के लिए भारतीय सेना का योगदान, इसकी वीरता अद्वितीय है. भारत अपने सपनों और आकांक्षाओं के लिए हमेशा आगे रहता है. इसके साथ ही उत्सव के इस माहौल में आज तेलंगाना और आंध्र प्रदेश को शानदार तोहफा मिल रहा है.
'पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा'
पीएम ने कहा कि ये ट्रेन नए भारत के संकल्पों का प्रतीक है. सिकंदराबाद और विशाखापत्तनम के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. आज भारतीय रेल में यात्रा करना पहले से कई ज्यादा सुखद बन रहा है. बीते 7 से 8 साल में जो काम बीजेपी ने शुरू किए हैं उनसे रेलवे का पूरी तरह से कायाकल्प हो रहा है.
इस कार्यक्रम में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी और तेलंगाना के राज्यपाल टी सौंदर्यराजन सिकंदराबाद स्टेशन पर मौजूद रहे. रेलवे ने बताया कि इसमें 14 एसी चेयर कार और दो एक्जीक्यूटिव एसी चेयर डिब्बों के साथ 1,128 यात्रियों के बैठने की क्षमता है.
यह रहेगा वंदे भारत का रूट
रेलवे के सूत्रों के मुताबिक, विशाखापत्तनम-सिकंदराबाद एक्सप्रेस (20833) सुबह पांच बजकर 45 मिनट पर विशाखापत्तनम से रवाना होगी और दोपहर दो बजकर 15 मिनट पर सिकंदराबाद पहुंचेगी. वहीं, सिकंदराबाद-विशाखापत्तनम ट्रेन (20834) तीन बजे सिकंदराबाद से रवाना होगी और रात 11 बजकर 30 मिनट पर विशाखापत्तनम पहुंचेगी.
'रेलवे और देश का विकास राजनीति से ऊपर'
पीएम मोदी ने इस ट्रेन को लेकर कहा था कि देश के इंजीनियर, डिजाइनर, टेक्नीशियन ने इसे बनाया है. इस ट्रेन में ध्वनि की मात्रा हवाई जहाज की तुलना में 100 गुणा कम है, ये इंजीनियरों के लिए गर्व की बात है. रेलवे और देश का विकास राजनीति से ऊपर है. जहां भी केंद्र की जरूरत पड़ेगी केंद्र फंड देगी.
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