PM Modi Speech: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस (एनडीए) की जीत का दावा किया है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी वादा किया कि एनडीए के तीसरे कार्यकाल में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा और विकसित देशों में शुमार होकर रहेगा. बुधवार (26 जुलाई) को  उन्होंने दिल्ली के प्रगति मैदान में एक विश्वस्तरीय सम्मेलन और प्रदर्शनी केंद्र 'भारत मंडपम' का उद्घाटन किया. उन्होंने सितंबर में जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाले 123 एकड़ के परिसर का नाम 'भारत मंडपम' रखा. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने 9 साल में किए गए सरकार के कामों पर बात की और विपक्ष पर भी निशाना साधा. यहां पढ़ें पीएम का पूरा भाषण-



  • प्रधानमंत्री ने कहा, "हमारे पहले कार्यकाल की शुरुआत में भारत वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में 10वें स्थान पर था. दूसरे कार्यकाल में आज भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. ट्रैक रिकॉर्ड के आधार पर मैं देश को ये भी विश्वास दिलाता हूं कि हमारे तीसरे कार्यकाल में भारत शीर्ष तीन अर्थव्यवस्था में पहुंच कर रहेगा और ये मोदी की गारंटी है."

  • उन्होंने कहा कि 2014 में जब भाजपा सरकार सत्ता में आई थी तब भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था. देश अब अमेरिका, चीन, जर्मनी और जापान के बाद दुनिया में पांचवें स्थान पर है.

  • उन्होंने कहा, "हमें अगले 25 साल में भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य हासिल करना है." उन्होंने नीति आयोग की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि भारत निश्चित रूप से गरीबी मिटा सकता है क्योंकि इसमें 13.5 करोड़ गरीबों को गरीबी से बाहर निकालने की बात कही गई है.

  • प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आज वह हासिल कर रहा है जो पहले अकल्पनीय था इसलिए विकसित होने के लिए देश को बड़ा सोचना ही होगा. उन्होंने कहा, "इसी सिद्धांत को अपनाते हुए भारत आज तेजी से आगे बढ़ रहा है."

  • पीएम मोदी ने कहा कि हम भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाएंगे जो राष्ट्र पहले, नागरिक पहले के सिद्धांत पर काम करेगा.

  • इस दौरान, प्रधानमंत्री ने विपक्ष के गठबंधन INDIA पर भी हमला बोला और कहा कि नकारात्मक सोच वालों ने इस परियोजना को भी लटकाने का प्रयास किया लेकिन भारत मंडपम को देखकर आज हर भारतीय खुशी से भरा हुआ है और गर्व महसूस कर रहा है.

  • प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि कुछ लोगों की फितरत होती है, हर अच्छे काम को रोकने की और टोकने की. उन्होंने राजपथ का नाम कर्तव्य पथ किए जाने के दौरान विपक्षी दलों के विरोध की ओर इशारा करते हुए कहा कि उस समय भी अदालत में ना जाने कितने मामले उठाए गए थे.

  • पीएम मोदी ने आगे कहा, "जब कर्तव्य पथ बन गया वे लोग भी दबी जुबान से कह रहे हैं अच्छा हुआ है जी. देश की शोभा बढ़ाने वाला है और मुझे विश्वास है कुछ समय बाद भारत मंडपम के लिए भी वह टोली खुल करके बोलें या ना बोलें लेकिन भीतर से तो स्वीकार करेंगे.  हो सकता है किसी समय यहां भाषण देने भी आएं."