प्रवासी भारतीय सम्मेलन में पीएम मोदी ने दोहराया 'आत्मनिर्भर भारत' का नारा, बोले- दो-दो मेड इन इंडिया वैक्सीन तैयार
प्रवासी भारतीय दिवस समारोह के समापन सत्र को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संबोधित करेंगे. समारोह के दौरान वर्ष 2020-21 के प्रवासी भारतीय सम्मान के विजेताओं के नाम की घोषणा की जायेगी. सम्मेलन में इसमें सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी प्रमुख संबोधन देंगे.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज प्रवासी भारती दिवस सम्मेलन का उद्घाटन किया. कोविड-19 महामारी के बीच 16वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन डिजिटल माध्यम से आयोजित किया जा रहा है. 16वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का मुख्य विषय ‘आत्मनिर्भर भारत में योगदान’ है. उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज दुनिया के कोने-कोने से हमें भले इंटरनेट से जोड़ा गया है. लेकिन हम सबका मन हमेशा से मां भारतीय से जुड़ा है, एक दूसरे के प्रति अपनत्व से जुड़ा है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''बीता साल हम सभी के लिए बहुत चुनौतियों का साल रहा है, लेकिन इन चुनौतियों के बीच विश्वभर में फैले भारतीय मूल के साथियों ने जिस तरह काम किया है, अपना फर्ज निभाया है वो हम सभी के लिए गर्व की बात है. यही तो हमारी मिट्टी के संस्कार हैं. आप सभी ने जहां आप रह रहे हैं वहां और भारत में कोविड के खिलाफ लड़ाई में बड़ा योगदान किया है. पीएम केयर्स में दिया गया आपका योगदान भारत में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत कर रहा है.''
उन्होंने कहा, ''भारत ने जो नई व्यवस्थाएं विकसित की हैं उनकी कोरोना की इस समय में वैश्विक संस्थाओं ने प्रशंसा की है. आधुनिक टेक्नोलॉजी ने गरीब से गरीब को मजबूत करने का जो अभियान आज भारत में चल रहा है उसकी चर्चा विश्व के हर कोने में है, हर स्तर पर है.''
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि कोरोना काल में आज भारत दुनिया के सबसे कम मृत्यु दर और सबसे अधिक रिकवरी रेट वाले देशों में है. आज भारत एक नहीं, बल्कि दो मेड इन इंडिया कोरोना वैक्सीन के साथ मानवता की सुरक्षा के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि महामारी के इस दौर में भारत ने फिर दिखा दिया कि हमारा सामर्थ्य क्या है, हमारी क्षमता क्या है. इतना बड़ा लोकतांत्रिक देश जिसकी एकजुटता के साथ खड़ा हुआ उसकी मिशाल दुनिया में नहीं है.
दुनिया भर में फैले प्रवासियों को प्रधानमंत्री मोदी ने एक अभिभावक की तरह भरोसा दिया. प्रधानमंत्री ने कहा, ''भारत सरकार हर समय, हर पल आपके साथ, आपके लिए खड़ी है. दुनियाभर में कोरोना लॉकडाउन से विदेशों में फंसे 45 लाख से ज्यादा भारतीयों को वंदे भारत मिशन के तहत लाया गया. विदेशों में भारतीय समुदायों को समय पर सही मदद मिले इसके लिए हर संभव प्रयास किए गए.'' उन्होंने कहा, ''दुनियाभर में भारतीय समुदाय के साथ बेहतर कनेक्टिविटी के लिए रिश्ता नाम का नया पोर्टल शुरु किया गया है. इस पोर्टल से मुश्किल समय में अपने समुदाय से संपर्क करना, उन तक पहुंचना आसान होगा.''
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