508 Railway Stations Redevelopment Work: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (6 अगस्त, 2023) को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए देशभर के 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी. इस दौरान, रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद रहे. ये 508 रेलवे स्टेशन 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हैं. 450 से ज्यादा रेलवे स्टेशन राज्यों के और करीब 20 केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हैं.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने क्विट इंडिया मूवमेंट का जिक्र करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण इंडिया छोड़ो. उन्होंने कहा, '9 अगस्त को ऐतिहासिक क्विट इंडिया की शुरुआत हुई थी. महात्मा गांधी ने मंत्र दिया था और क्विट इंडिया मूवमेंट ने स्तंत्रता की तरफ भारत के कदमों में ऊर्जा पैदा कर दी थी. इसी से प्रेरित होकर आज पूरा देश हर बुराई के लिए कह रहा है क्विट इंडिया. चारों तरफ एक ही गूंज है करप्शन क्विट इंडिया. यानी भ्रष्टाचार इंडिया छोड़ो. डाइनेस्टी क्विट इंडिया यानी परिवारवाद इंडिया छोड़ो. अपीज्मेंट क्विट इंडिया यानी तुष्टीकरण इंडिया छोड़ो.'
साउथ अफ्रीका, यूक्रेन, स्वीडन, यूके जैसा रेल ट्रेक तैयार किया
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'दुनिया में साउथ अफ्रीका, यूक्रेन, स्वीडन, यूके जैसे देशों में जितना रेल नेटवर्क है भारत ने अकेले 9 साल में रेल ट्रैक बनाए हैं. देश का लक्ष्य है कि सुलभ और सुखद भी हो. प्लेटफॉर्म पर बैठने के लिए अच्छे वेटिंग रूम बनाए जा रहे हैं. हजारों स्टेशन पर मुफ्त इंटरनेट उपलब्ध होगा.'
पुनर्विकास में खर्च किए जाएंगे 25 हजार करोड़
पीएम मोदी ने आगे कहा कि विकसित होने के लक्ष्य की तरफ कदम बढ़ा रहा भारत अपने अमृत काल के प्रारंभ में है. एक नए अध्याय की शुरूआत हो रही है. उन्होंने कहा कि 1300 रेलवे स्टेशनों में से 508 अमृत भारत स्टेशन का पुनर्विकास किया जाएगा. इस पर 25 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे.
पीएम ने कहा, तीस सालों में पहली बार बनी पूर्ण बहुमत की सरकार
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 30 साल में पहली बार देश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनी. दुनियाभर में भारत की साख बढ़ी है. उन्होंने कहा, 'मैं अमृतकाल के प्रारंभ में इस ऐतिहासिक काम के लिए रेल मंत्रालय की सराहना करता हूं और सभी देशवासियों को बधाई देता हूं. आज पूरी दुनिया की दृष्टि भारत पर है, वैश्विक स्तर पर भारत की साख बढ़ी. दुनिया का रवैया बदला, इसकी दो मुख्य वजहें हैं. पहली यह कि भारत के लोगों ने तीन दशक बाद पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई. पूर्ण बहुमत की सरकार ने उसकी स्पष्टता के साथ बड़े-बड़े निर्णय लिए.' पीएम ने कहा, 'हमारे शहरों की पहचान भी शहर के रेलवे स्टेशन से जुड़ी होती है. देशी विदेशी कोई भी पर्यटक इन स्टेशन पर पहुंचेगा तो आपके शहर की पहली तस्वीर अच्छी बनेगी.'
विपक्ष पर भी बोला हमला
प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर भी हमला बोला और कहा कि विपक्ष पुराने ढर्रे पर अड़ा हुआ है. न खुद कुछ करेंगे न कुछ करने देंगे. पीएम ने कहा कि विपक्ष ने संसद के नए भवन का विरोध किया, 70 साल में शहीदों के लिए एक वॉर मेमोरियल तक नहीं किया, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में नहीं गए. उन्होंने कहा कि आज तक सरदार साहब के स्टेच्यू के सामने जाकर नमन नहीं किया. हम पार्टी से ऊपर उठकर विकास के लिए काम कर रहे हैं और डेढ़ लाख से ज्यादा युवाओं को रेलवे में नौकरी मिली है.
जिन रेलवे स्टेशनों का पुर्नविकास किया जाना है, उनमें 55-55 यूपी और राजस्थान, महाराष्ट्र में 44, बिहार में 49, पश्चिम बंगाल में 37, असम में 32, मध्य प्रदेश में 34, पंजाब में 22, गुजरात और तेलंगाना में 21-21, झारखंड में 20, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में 18-18, कर्नाटक में 13, 15 हरियाणा के और 3 रेलवे स्टेशन उत्तराखंड के शामिल हैं. 3 त्रिपुरा के और 1-1 हिमाचल प्रदेश, मेघालय और नगालैंड के हैं. इसके अलावा, दिल्ली के 5, चंडीगढ़ के 8, जम्मू-कश्मीर के 3, पुडुचेरी के 1 रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प होना है.