PM Modi Kashmir Visit News: जम्मू-कश्मीर को विशेष अधिकार देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को खत्म किए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को पहली कश्मीर यात्रा पर जाएंगे. पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर यह जानकारी दी.
उन्होंने लिखा, "मैं विकसित भारत विकसित जम्मू कश्मीर कार्यक्रम में भाग लेने के लिए 7 मार्च को श्रीनगर में रहूंगा. वहां से राष्ट्र को विभिन्न विकास कार्य समर्पित किए जाएंगे. उनमें से सबसे अधिक कृषि-अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने से संबंधित 5000 करोड़ रुपये के विकास कार्य की शुरुआत होगी. पर्यटन से जुड़े विभिन्न कार्य भी राष्ट्र को समर्पित किए जाएंगे."
पीएम मोदी श्रीनगर में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे और एक जनसभा को संबोधित करेंगे. एक आधिकारिक बयान के अनुसार पीएम मोदी श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में विकसित भारत, विकसित जम्मू कश्मीर कार्यक्रम में शामिल होंगे और केंद्र शासित प्रदेश में कृषि अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए लगभग 5,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे.
अनुच्छेद 370 निरस्त होने बाद पीएम का पहला दौरा
अधिकारियों ने बताया कि पीएम मोदी के कार्यक्रम के मद्देनजर बख्शी स्टेडियम में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, ताकि कोई अप्रिय घटना नहीं हो. उन्होंने बताया कि पूरा स्टेडियम तिरंगा के रंग में रंग गया है. लोकसभा चुनाव नजदीक आने और विपक्षी दलों द्वारा जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की घोषणा की मांग के मद्देनजर सबकी नजरें इस बात पर टिकी होंगी कि प्रधानमंत्री इन मुद्दों पर क्या कहते हैं.
बीजेपी नीत केंद्र सरकार ने 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त कर दिया था और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया था. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने बुधवार को एक बयान में कहा कि मोदी कृषि-अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन देने के लिए लगभग 5,000 करोड़ रुपये के समग्र कृषि विकास कार्यक्रम (एचएडीपी) की शुरुआत करेंगे.
पीए मोदी का क्या है कार्यक्रम?
एचएडीपी एक एकीकृत कार्यक्रम है, जिसमें जम्मू कश्मीर में कृषि-अर्थव्यवस्था के तीन प्रमुख क्षेत्रों अर्थात बागवानी, कृषि और पशुधन पालन में गतिविधियों के पूर्ण परिदृश्य को सम्मिलित किया गया है. इस कार्यक्रम की ओर से समर्पित दक्ष किसान पोर्टल के माध्यम से लगभग 2.5 लाख किसानों को कौशल विकास प्रशिक्षण दिए जाने की आशा है.
कार्यक्रम के अंतर्गत, लगभग 2,000 किसान खिदमत घर स्थापित किए जाएंगे और कृषक समुदाय के कल्याण के लिए मजबूत मूल्य शृंखलाओं की स्थापना की जाएगी. बयान के अनुसार इस कार्यक्रम से रोजगार सृजन होगा, जिससे जम्मू-कश्मीर के लाखों सीमांत परिवार लाभान्वित होंगे.
पीएम मोदी स्वदेश दर्शन और प्रसाद (तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक, विरासत संवर्धन अभियान) योजना के अंतर्गत 1,400 करोड़ रुपये से अधिक राशि की पर्यटन क्षेत्र संबंधी कई परियोजनाओं की शुरुआत भी करेंगे. इसमें हजरतबल तीर्थ का एकीकृत विकास, श्रीनगर परियोजना भी शामिल है.
इन राज्यों को समर्पित है परियोजना
पीएम मोदी की ओर से राष्ट्र को समर्पित की जाने वाली अन्य परियोजनाओं में मेघालय के पूर्वोत्तर सर्किट में विकसित की गईं पर्यटन सुविधाएं, बिहार और राजस्थान में आध्यात्मिक सर्किट, बिहार में ग्रामीण एवं तीर्थंकर सर्किट, जोगुलम्बा गडवाल जिला, तेलंगाना में जोगुलम्बा देवी मंदिर का विकास और मध्य प्रदेश में अमरकंटक मंदिर का विकास शामिल है.
पीएमओ ने कहा कि तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे और सुविधाओं के निर्माण एवं उनके समग्र आध्यात्मिक अनुभव की गुणवत्ता में सुधार के प्रयास स्वरूप हजरतबल तीर्थ का एकीकृत विकास परियोजना क्रियान्वित की गई है.
बयान के अनुसार परियोजना के प्रमुख तत्वों में तीर्थस्थल की चारदीवारी के निर्माण सहित पूरे क्षेत्र का विकास शामिल है. इनमें हजरतबल तीर्थ परिसर की रोशनी, तीर्थस्थल के चारों ओर घाटों और पथों का सुधार, सूफी व्याख्या केंद्र का निर्माण, पर्यटक सुविधा केंद्र का निर्माण, संकेतक की स्थापना, बहुस्तरीय मंजिला कार पार्किंग, सार्वजनिक सुविधा ब्लॉक और तीर्थस्थल के प्रवेश द्वार का निर्माण शामिल हैं.
देश भर में 43 परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे
प्रधानमंत्री लगभग 43 परियोजनाओं की शुरुआत भी करेंगे जिनसे देश में तीर्थयात्रा और पर्यटक स्थलों की एक विस्तृत शृंखला विकसित होगी. इनमें आंध्र प्रदेश के काकीनाडा जिले में अन्नवरम मंदिर, तमिलनाडु के तंजावुर और मयिलादुथुराई जिले और पुडुचेरी के कराईकल जिले में नवग्रह मंदिर, कर्नाटक के मैसूर जिले में श्री चामुंडेश्वरी देवी मंदिर, राजस्थान के बीकानेर जिले में करणी माता मंदिर, हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में मां चिंतपूर्णी मंदिर, गोवा में बेसिलिका ऑफ बॉम जीसस चर्च जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल शामिल हैं.
परियोजनाओं में अरुणाचल प्रदेश में मेचुका एडवेंचर पार्क, गुंजी, पिथौरागढ़, उत्तराखंड में ग्रामीण पर्यटन क्लस्टर अनुभव, अनंतगिरि वन, अनंतगिरि, इकोटूरिज्म जोन, तेलंगाना में इकोटूरिज्म जोन, कपूरथला में इकोटूरिज्म का अनुभव, लेह में जूली लेह जैव विविधता पार्क जैसे विभिन्न अन्य स्थलों का विकास भी शामिल है.
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी चुनौती आधारित गंतव्य विकास (सीबीडीडी) योजना के तहत चयनित 42 पर्यटन स्थलों की घोषणा करेंगे. पीएमओ ने कहा कि केंद्रीय बजट 2023-24 के दौरान घोषित की गई अभिनव योजना का उद्देश्य पर्यटन स्थलों के विकास को उत्प्रेरित करके पूर्ण रूप से पर्यटक अनुभव प्रदान करना है और साथ ही स्थिरता को प्रोत्साहन देना और पर्यटन क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा का परिचय कराना है.
प्रधानमंत्री देखो अपना देश पीपुल्स च्वॉइस पर्यटन गंतव्य पोल और चलो इंडिया वैश्विक प्रवासी अभियान भी शुरू करेंगे. पीएमओ ने कहा कि यह अभियान प्रधानमंत्री के आह्वान के आधार पर शुरू किया जा रहा है, जिसमें उन्होंने भारतीय प्रवासी सदस्यों से कम से कम पांच गैर-भारतीय मित्रों को भारत भ्रमण के लिए प्रोत्साहित करने का अनुरोध किया है.
सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से करेंगे बात
पीएमओ ने कहा कि तीन करोड़ से अधिक प्रवासी भारतीयों सहित, भारतीय पर्यटन के लिए प्रवासी भारतीय सांस्कृतिक राजदूत के रूप में कार्य करते हुए एक प्रमुख अग्रदूत के रूप में कार्य कर सकते हैं.
पीएमओ के मुताबिक इसके अलावा, प्रधानमंत्री जम्मू-कश्मीर में लगभग 1000 नए सरकारी कर्मचारियों के बीच नियुक्ति आदेशों का वितरण करेंगे और विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के साथ बातचीत भी करेंगे. इनमें विभिन्न उपलब्धियां प्राप्त करने वाली महिलाएं, लखपति दीदी, किसान, उद्यमी आदि शामिल हैं.
प्रधानमंत्री की यात्रा के कारण श्रीनगर में कई स्कूलों को बुधवार और गुरुवार के लिए बंद कर दिया गया है, जबकि गुरुवार को होने वाली बोर्ड परीक्षाओं को अगले महीने के लिए स्थगित कर दिया गया है. अधिकारियों ने बताया कि मोदी के श्रीनगर प्रवास के दौरान सभी मार्गों पर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं और उनकी यात्रा के दौरान लोगों की आवाजाही रोकने के लिए कई स्थानों पर अवरोधक लगाए गए हैं.
निगरानी के लिए ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों का इस्तेमाल किया जा रहा है जबकि आयोजन स्थल के आसपास दो किलोमीटर के दायरे में सुरक्षा बलों द्वारा पैदल गश्त तेज कर दी गई है. अधिकारियों ने कहा कि झेलम नदी और डल झील में समुद्री कमांडो तैनात किए गए हैं.
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