Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रविवार (30 जुलाई) को मन की बात कार्यक्रम के जरिए देशवासियों से संवाद किया. मन की बात कार्यक्रम का ये 103वां एपिसोड है. प्रधानमंत्री ने आज के कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण बातों का जिक्र किया. देशवासियों के असाधारण जज्बे की सराहना की तो मानसून की बात करते हुए पीएम मोदी ने जलसंरक्षण की भी बात की.
कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा, पिछले कुछ दिन प्राकृतिक आपदाओं के कारण चिंता और परेशानी से भरे रहे हैं. यमुना जैसी कई नदियों में बाढ़ आने से कई जगहों पर लोगों को परेशानी उठानी पड़ी. पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की घटनाएं भी हुई हैं. हमने इनका मिलकर मुकाबला किया. पीएम ने कहा, सर्वजन हिताय ही भारत की भावना और ताकत है.
हमारे पर्व हमें गतिशील बनाते हैं- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में सावन के पवित्र महीने का जिक्र किया और बताया कि भारत के तीर्थों का महत्व बढ़ा है और पूरी दुनिया से लोग इसे देखने आ रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा, हमारे पर्व, हमारी परंपराएं हमें गतिशील बनाते हैं.
प्रधानमंत्री ने बताया कि सावन के महीने में देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. पूरी दुनिया से भारत के तीर्थों में श्रद्धालु आ रहे हैं. मुझे पता चला है कि अमेरिका के कैलिफोर्निया से दो दोस्त अमरनाथ यात्रा पर पर आए थे.
यूपी में 30 करोड़ पौधे लगाने का रिकॉर्ड- पीएम मोदी
मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश में बने पौधारोपण के रिकॉर्ड की चर्चा की. पीएम मोदी ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार के अभियान के तहत एक दिन में 30 करोड़ पौधे लगाकर रिकॉर्ड बनाया गया. पीएम मोदी ने कहा, इस तरह के कार्यक्रम जनभागीदारी के बिना नहीं हो सकते.
अमेरिका से मिली कलाकृतियों का किया जिक्र
पीएम मोदी ने बताया कि कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर अद्भुत क्रेज दिखा. अमेरिका ने हमें कुछ दुर्लभ कलाकृतियां वापस लौटाई हैं. इस खबर के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर इन कलाकृतियों को लेकर खूब चर्चा हुई. युवाओं में इन कलाकृतियों को लेकर गर्व का भाव दिखा. भारत लौटी ये कलाकृतियां ढाई हजार साल से लेकर ढाई सौ साल तक पुरानी है. पीएम मोदी ने इन कलाकृतियों को लौटाने के लिए अमेरिका का आभार भी जताया.
बिना पुरुष साथी के 4000 महिलाओं ने किया हज- पीएम
पीएम मोदी ने बताया, मुझे उन मुस्लिम महिलाओं से भी बड़ी संख्या में पत्र मिले हैं जो हाल ही में 'हज' पूरा करके लौटी हैं. इन महिलाओं ने बिना किसी पुरुष साथी या 'मेहरम' के 'हज' किया. इनकी संख्या सिर्फ 50 या 100 नहीं बल्कि 4,000 से ज्यादा है. यह एक बहुत बड़ा बदलाव है, पहले मुस्लिम महिलाओं को बिना किसी 'मेहरम' के 'हज' करने की अनुमति नहीं थी. मैं मेहरम के बिना हज करने वाली मुस्लिम महिलाओं के लिए महिला समन्वयक नियुक्त करने के लिए सऊदी अरब सरकार को धन्यवाद देना चाहता हूं.
यह भी पढ़ें
ISRO ने भरी सफलता की एक और उड़ान, सिंगापुर के 7 सैटेलाइट्स किए लॉन्च, महीने भर में दूसरा सफल मिशन