'बाघ सामने आया तो बंदूक का लाइसेंस दिखाने लगे..,' लोकसभा में पीएम मोदी ने क्यों सुनाई ये कहानी
पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में बाघ और लाइसेंसी बंदूक वाली कहानी सुनाकर विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष ने इसी तरह बेरोजगारी और भ्रष्टाचार को दूर भगाने की कोशिश की थी.
PM Modi Lok Sabha Speech: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (8 फरवरी) को लोकसभा में विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने राहुल गांधी का नाम लिए बिना ही उनके कई सवालों के जवाब दिए. प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपीए के 10 साल के कार्यकाल में सिर्फ भ्रष्टाचार ही हुआ. वहीं, एनडीए के कार्यकाल का जिक्र कर मोदी ने कहा, '2030 का दशक अब 'भारत के दशक' के रूप में जाना जाएगा.' लोकसभा में पीएम मोदी ने बाघ और बंदूक के लाइसेंस की कहानी भी सुनाई.
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाइसेंस राज पर तंज कसा और जंगल में एक बाघ की कहानी सुनाई. प्रधानमंत्री ने कहा कि एक बार जंगल में दो नौजवान शिकार करने जाते हैं, कुछ देर बाद वो एक जगह अपनी गाड़ी को रोकते हैं और बंदूक रखकर सोचते हैं कि थोड़ा टहल लिया जाए और हाथ-पैर सीधा कर लिया जाए.
'बाघ को दिखाने लगे बंदूक का लाइसेंस'
पीएम ने आगे कहा, '... दोनों सोचते हैं को आराम करने के बाद बाघ का शिकार करेंगे. अब वो अभी टहलने निकले ही थे कि बाघ अचानक से सामने आ जाता है. तब वो सोचते हैं कि अब क्या करें. फिर वो बाघ को ही बंदूक का लाइसेंस दिखाने लगते हैं... ऐसा ही कुछ पिछली सरकारों ने बेरोजगारी को दूर करने के लिए किया था.'
'घोटालों का दशक'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने UPA के 10 साल के कार्यकाल को लेकर विपक्ष को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा, '2004 से 2014 स्वतंत्रता के इतिहास में घोटालों का दशक था. दस वर्षों तक, भारत के कोने-कोने में आतंकवादी हमलों का सिलसिला जारी रहा. प्रत्येक नागरिक असुरक्षित था. 10 वर्षों में, कश्मीर से पूर्वोत्तर तक, देश हिंसा का शिकार था.'
'...तब ये लोग 2जी घोटाले में शामिल थे'
प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि उन 10 सालों (2004-2014) में भारत की आवाज वैश्विक मंचों पर इतनी कमजोर थी कि दुनिया सुनने को तैयार नहीं थी. उन्होंने कहा, 'जब आईटी (IT Sector) क्षेत्र उभर रहा था, तब ये लोग 2जी घोटाले (2G Scam) में शामिल थे और असैन्य परमाणु समझौते के दौरान वे कैश-फॉर-वोट घोटाले में व्यस्त थे.'