नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में इस बार कुल 57 मंत्री हैं. इनमें से 51 मंत्री करोड़पति हैं और 22 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. यह जानकारी मंत्रियों के द्वारा दायर हलफनामे से सामने आई है. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने इस रिपोर्ट को तैयार किया है. इन मंत्रियों में से आठ की शैक्षणिक योग्यता 10वीं से 12वीं के बीच है जबकि 47 ग्रेजुएट हैं. एक मंत्री डिप्लोमाधारी हैं.
दो मंत्रियों के हलफनामे का नहीं किया गया है विश्लेषण
बता दें कि एडीआर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 58 में से 56 मंत्रियों के हलफनामों का विश्लेषण किया. इनमें लोकसभा और राज्यसभा दोनों के सदस्य हैं. इसमें लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के अध्यक्ष और उपभोक्ता मामले और खाद्य मंत्री रामविलास पासवान और विदेश मंत्री एस जयशंकर के हलफनामों का विश्लेषण नहीं किया गया है, क्योंकि ये दोनों अभी संसद के सदस्य नहीं हैं.
16 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज
पीएम मोदी के मंत्रिमंडल में 16 मंत्रियों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले भी दर्ज हैं. इसमें हत्या का प्रयास, सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और चुनाव उल्लंघन जैसे मामले शामिल हैं. एडीआर के मुताबिक मंत्रिपरिषद के 91 प्रतिशत मंत्री करोड़पति हैं. औसतन हर मंत्री के पास 14.72 करोड़ रुपये की संपत्ति है.
ये हैं अमीर मंत्री
गृह मंत्री अमित शाह, रेल मंत्री पीयूष गोयल और अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल समेत चार मंत्रियों ने 40 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति की घोषणा की है. मंत्रियों में ओडिशा के प्रताप चंद्र सारंगी भी हैं जिन्होंने करीब 13 लाख रुपये की संपत्ति की घोषणा की है.
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