PM Modi Oath Ceremony News: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एनडीए गठबंधन की अगुवाई करने वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 400 पार का नारा दिया था, लेकिन नतीजे ऐसे नहीं रहे. पूरा एनडीए गठबंधन भी 300 पार नहीं कर सका. भले ही एनडीए ने सरकार बना ली है और नरेंद्र मोदी तीसरी बार पीएम बने हैं, लेकिन इस बार सबसे ज्यादा फायदा एनडीए के सहयोगी दलों का हुआ है.
दरअसल, 2019 में बीजेपी ने अकले ही बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया था. उसके पास 300 से ज्यादा सीटें थीं, इसलिए सरकार बनाने के लिए उसकी किसी पर निर्भरता नहीं थी. एक्सपर्ट कहते हैं कि सीटों की संख्या को देखते हुए बीजेपी ने दूसरे कार्यकाल में कभी सहयोगी दलों को इतना महत्व नहीं दिया. इसी वजह से मोदी के दूसरे टर्म में एनडीए सहयोगियों को मंत्रिमंडल से भी दूर रखा गया. सिर्फ 2 दलों के नेता ही मोदी सरकार में मंत्री थे, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है. इस बार बीजेपी पूरी तरह से एनडीए के अन्य दलों पर निर्भर है और उसे इन्हें कई मंत्रालय देने पड़े हैं.
किस दल से कितने सांसद बने मंत्री
इस बार की बात करें एनडीए के 9 दलों के 11 सांसदों को मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिली है. अगर विस्तार से देखें तो जनता दल यूनाइटेड से दो, तेलुगु देशम पार्टी से दो, जनता दल सेक्युलर से एक, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा से एक, लोक जनशक्ति पार्टी से एक, राष्ट्रीय लोकदल से एक, अपना दल (सोनेलाल) से एक, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया से एक और एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना से एक सांसद को मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिली है.
कुल 72 मंत्रियों ने ली है शपथ
नरेंद्र मोदी के साथ रविवार (9 जून 2024) को कुल 72 मंत्रियों ने भी शपथ ली. इनमें 30 कैबिनेट मंत्री, 5 राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और 36 राज्य मंत्री शामिल हैं. इस 72 मंत्रियों में 11 एनडीए के सहयोगी दलों से हैं. फिलहाल एनडीए के 14 दलों के पास 53 सीटें हैं. 240 सीट के साथ बीजेपी एनडीए का सबसे बड़ा दल है, जबकि 16 सांसद के साथ टीडीपी दूसरे नंबर पर है.
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