Narendra Modi Oath Taking Ceremony: संसद की सीढ़ियों पर मत्था टेकने से लेकर संविधान को माथे से लगाने तक, देखें पीएम मोदी का सफर
Narendra Modi Oath Taking Ceremony: नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार पीएम पद की शपथ ली. उनके साथ 71 मंत्रियों ने शपथ ग्रहण किया. मोदी 3.0 में कई पुराने मंत्रियों को जगह नहीं दी गई है.
PM Modi Oath Taking Ceremony: नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बन चुके हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मोदी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. मोदी पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के बाद लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने वाले दूसरे नेता बन गए हैं. मोदी कैबिनेट 3.0 में इस बार कई नेताओं पुराने नेताओं को जगह नहीं मिल है. 71 मंत्रियों ने कैबिनेट की शपथ ली, जिसमें 30 कैबिनेट मंत्री, 5 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), 36 राज्य मंत्री शामिल हैं.
संसद की सीढ़ियों को झुककर किया था प्रणाम
साल 2014 में कांग्रेस का भारी अंतर से हराकर बीजेपी ने नरेंद्र मोदी को पहली बार प्रधानमंत्री बनाया था. उस समय जब पहली बार देश के संसद भवन पहुंचे तो पहले सीढ़ियों पर सिर झुकाकर लोकतंत्र के मंदिर को प्रणाम किया था. उस समय किसी को भी यह उम्मीद नहीं थी कि नरेंद्र मोदी अचानक संसद की सीढ़ियों पर झुककर नमन करेंगे.
संसद के सेंट्रल हॉल में भावुक हुए थे मोदी
20 मई, 2014 को संसद के सेंट्रल हॉल में भाषण के दौरान नरेंद्र मोदी भावुक हो गए थे. उन्होंने कहा था, "लालाकृष्ण आडवाणी, हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी के सभी मुख्यमंत्रियों और नवनिर्वाचित सदस्यों, सर्वसम्मति से मुझे नई जिम्मेदारी देने के लिए मैं आप सभी का आभारी हूं. मैं विशेष रूप से लालकृष्ण आडवाणी और राजनाथ सिंह का आभारी हूं, क्योंकि उन्होंने मुझे आशीर्वाद दिया है."
संविधान की प्रति को माथे पर लगाया
लोकसभा चुनाव 2024 में बहुमत मिलने के बाद पुराने संसद भवन में एनडीए के नेताओं की बैठक हुई थी, जिसमें नरेंद्र मोदी को एनडीए का नेता चुना गया था. इस बैठक में एनडीए के सभी दलों ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को समर्थन पत्र सौंपा था. इसके बाद नरेंद्र मोदी ने वहां रखी संविधान की प्रति को माथे पर लगाया था.
तीसरी बार पीएम बने नरेंद्र मोदी
इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और इंडिया गठबंधन ने अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन किया और उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान सहित कई हिन्दी पट्टी के क्षेत्रों में बीजेपी के रथ को रोकने में सफलता हासिल की. यही कारण रहा कि नतीजों के बाद विपक्षी दलों ने चुनाव परिणामों को मोदी की नैतिक हार करार दिया.
बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने 293 सीटें जीती हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे किसी भी चुनाव-पूर्व गठबंधन की सबसे बड़ी सफलता करार दिया.
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