नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट में अब याचिका ऑनलाइन भी दर्ज की जा सकेगी. सुप्रीम कोर्ट में इंटरनेट के जरिए ऑनलाइन याचिका और दस्तावेज दाखिल करने की नई व्यवस्था का आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया है. इस मौके पर चीफ जस्टिस जेएस खेहर सहित कई जज मौजूद थे.


सुप्रीम कोर्ट के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने सबसे पहले देश को बुद्ध पूर्णिमा की शुभकामनाएं दी. पीएम मोदी ने कहा, ‘’अब देश बदल रहा है. छुट्टी है लेकिन हमलोग फिर भी काम कर रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने आधुनिकता की तरफ एक और कदम बढ़ाया है. चीफ जस्टिस और जजों को मेरी ओर से बधाई.’’


पीएम मोदी ने कहा, ‘’चुनौती सॉफ्टवेयर में नहीं है, हार्डवेयर में भी नहीं है. इसके लिए एक सामूहिक मन बनाना पड़ता है, एक चेन अटकी तो पूरी प्रक्रिया अटक जाती है.’’ उन्होंने कहा कि सीजेआई के साथ मेरी आखिरी मुलाकात में उन्होंने इस बात को लेकर चिंता जाहिर की थी कि लंबित केसों को कैसे कम किया जाए.’’


पीएम ने कहा, ‘’रिसर्च कहती है कि A4 साइज का एक पेपर बनाने की प्रक्रिया में 10 लीटर पानी खर्च होता है.’’ उन्होंने कहा, ‘’अगर हम पेपरलेस हो गए तो हम आने वाली पीढ़ियों के लिए बहुत पानी बचा सकते हैं.’’


 


देशवासियों से ई-गवर्नेंस की अपील करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ई-गवर्नेंस आसान और असरदार है, इसे जीवन के हर क्षेत्र में लाएं. उन्होंने कहा कि डिजिटल करंसी को जीवन का हिस्सा बनाकर हम बहुत कुछ नया कर सकते हैं. क्योंकि तकनीक की ताकत बड़ी अद्भुत होती है.’’


इस दौरीन पीएम मोदी कांग्रेस पर भी निशाना साधने से नहीं चूके. पीएम मोदी ने साल 2014 में 9 गैस सिलेंडर को 12 कर देने वाले कांग्रेस के चुनावी वादे पर निशाना साधते हुए कहा, ‘’ मैंने सिर्फ अपील की थी कि अगर आप सब्सिडी छोड़ सकते हैं तो छोड़ दें, आज मैं गर्व से कह सकता हूं कि मेरे देश के 1 करोड़ 20 लाख लोगों ने गैस सब्सिडी छोड़ दी.’’


वहीं, जस्टिस जेएस खेहर ने कहा है, ‘’जल्द ही सुप्रीम कोर्ट में डिजिटली फाइल कर केस कर सकेंगे. यह पहल सुप्रीम कोर्ट को पेपर कोर्ट से डिजिटल कोर्ट में बदलने के लिए है.’’