शियामेन: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी म्यामांर की अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा पर रवाना हो गए हैं. चीन के श्यामन में ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल होने के बाद पीएम मोदी आज सीधे म्यामांर की राजधानी नाय पी ताउ जाएंगे. इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने और अल्पसंख्यक रोहिंग्या समुदाय के लोगों के बड़े पैमाने पर पलायन करने सहित अहम मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है.



पीएम मोदी तीन दिन की यात्रा के दौरान म्यामांर के नेतृत्व के साथ सुरक्षा और रक्षा सहयोग मजबूत करने के तरीकों, भारतीय सहायता वाली विकास परियोजनाओं को लागू किए जाने और भारत-म्यामांर सीमा पर चुनिंदा उग्रवादी समूहों द्वारा सीमा पार से होने वाली गतिविधियों पर वार्ता होने की संभावना है.

पीएम मोदी ‘स्टेट काउंसलर’ आंग सान सू च्यी के साथ 6 सितंबर को द्विपक्षीय संबंधों पर विस्तृत चर्चा करेंगे. मोदी म्यांमार में भारतीय मूल के लोगों से भी मुलाकात करेंगे. म्यामां के राखिन प्रांत में सिलसिलेवार हिंसा और अल्पसंख्यक रोहिंग्या समुदाय के बड़े पैमाने पर पलायन का वार्ता में जिक्र होगा.

अपनी इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी म्यामांर के राष्ट्रपति हतिन क्याव से मिलेंगे. वह पीएम मोदी के लिए एक भोज की मेजबानी करेंगे. नाय पी ताउ से मोदी प्राचीन शहर बागान जाएंगे जहां भारत विकास सहयोग परियोजना में भागीदारी कर रहा.

पीएम मोदी यांगून की यात्रा करेंगे जहां वह श्वेडैगन पैगोडा जाएंगे और देश के राष्ट्रवादी नेता जनरल आंग सान को श्रद्धांजलि अर्पित करने शहीद स्मारक जाएंगे. सू च्यी के पिता जनरल आंग की हत्या कर दी गयी थी. मोदी एक प्रसिद्ध मंदिरऔर बहादुर शाह जफर के मकबरे पर भी जाएंगे. कलादान परियोजना और त्रिपक्षीय हाईवे परियोजना पर इस यात्रा के दौरान चर्चा होगी.