प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को उत्तराखंड के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे हैं. यहां उन्होंने भगवान शिव के धाम आदि कैलाश चोटी के दर्शन किए और पार्वती कुंड पहुंचकर पूजा-अर्चना की. पिथौरागढ़ की जिलाधिकारी रीना जोशी ने बताया कि प्रधानमंत्री कुमांउ क्षेत्र में अपने दिन भर के दौरे के दौरान सीमांत गुंजी गांव भी जाएंगे. उन्होंने बताया कि इसके अलावा प्रधानमंत्री अल्मोड़ा में भगवान शिव के एक और प्रसिद्ध धाम जागेश्वर भी जाएंगे. जागेश्वर से वह वापस पिथौरागढ़ जाएंगे जहां वह एक जनसभा को संबोधित करेंगे. इस दौरान वह करीब 4200 करोड़ रूपये की लागत की योजनाओं का शिलान्यास तथा लोकार्पण भी करेंगे.
पहली बार भारत चीन सीमा के इस गांव में पहुंचे प्रधानमंत्री
भारत-चीन सीमा पर पिथौरागढ़ में पहुंचने वाले नरेंद्र मोदी देश के पहले पीएम हैं. उनकी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सुरक्षा बलों के जवान धरती के साथ ही आसमान से भी निगरानी रख रहे हैं. इसके लिए ज्योलिंगकोंग में वायुसेना की टीम भी डेरा डाले हुए हैं. वायुसेना के तीन से चार सदस्यीय टीम ज्योलिंगकोंग में मौजूद हैं, जो पीएम के पहुंचने के बाद आसमान से नजर रखेंगे.
समुद्रतल से 15हजार से अधिक ऊंचाई पर स्थित ज्योलिंगकोंग में इन दिनों भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं. प्रधानमंत्री के दौरे को देखते हुए सेना के साथ ही अर्द्धसैनिक बलों ने यहां सामान्य दिनों की अपेक्षा अधिक मुस्तैदी से नजर रखी है. पीएम मोदी ने सीमा पर तैनात सेना-आईटीबीपी के जवानों से भी मुलाकात की. आईटीबीपी के जवानों से भी पीएम ने बातचीत की. बाद में प्रधानमंत्री जागेश्वर के लिए रवाना हुए है.
स्थानीय उत्पादों को सराहा
पीएम मोदी ने भारत-चीन सीमा पर पिथौरागढ़ जिले में स्थित गुंजी गांव का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से मुलाकात भी की. पीएम ने पारंपरिक वाद्य यंत्र भी बजाए. पीएम मोदी ने ग्रामीणों द्वारा बनाए गए स्थानीय उत्पादों की भी जमकर सराहना की.
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी उतरा खंड के दौरे पर कई बार आ चुके हैं. इसके अलावा वह सीमा पर जवानों से भी मुलाक़ात करते रहे हैं. पिछले कई सालों से पीएम मोदी की दिवाली सेना के जवानों के साथ सीमा पर ही बीतती है.
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