Parliament Session: मणिपुर हिंसा को लेकर जारी हंगामे के बीच लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई. इस दौरान विपक्षी सांसदों ने एक बार फिर जमकर नारेबाजी की और प्रधानमंत्री मोदी से हिंसा को लेकर जवाब मांगा. दोनों सदनों के स्थगित होने के बाद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि मणिपुर मामले पर PM मोदी चर्चा के लिए तैयार हैं, अब स्पीकर को तय करना है कि इस विषय पर कब चर्चा होगी. उन्होंने इस दौरान विपक्षी सांसदों पर भी निशाना साधा. 


पीयूष गोयल की विपक्षी दलों को सलाह
केंद्रीय मंत्री गोयल ने विपक्ष की तरफ से पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव पर कहा कि अविश्वास प्रस्ताव सरकार को गिराने के लिए लाया जा रहा है, लेकिन सदन में हमारे पास पर्याप्त बहुमत है. विपक्ष के सभी दलों को आपसी सहयोग से सदन को चलाने के बारे में सोचना चाहिए. हमने सभी दलों को ऑल पार्टी मीटिंग के समय ही मणिपुर पर चर्चा के लिए बोला था, लेकिन सदन में हंगामा करके संसद न चलने देने से सदन की कार्यवाही बाधित हो रही है. 


पीयूष गोयल ने विपक्ष के उन सांसदों के आरोपों पर भी जवाब दिया, जिन्होंने माइक बंद करने की बात कही थी. उन्होंने कहा, विपक्ष आरोप लगाता है कि बोलते वक्त उनका माइक बंद कर दिया जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है बस ये विपक्ष सरकार को बदनाम करने के लिए ऐसे आरोप लगा रहा है.


लोकसभा में हंगामे के बीच पास हुए बिल
मणिपुर मुद्दे पर विपक्षी सदस्यों के विरोध के बीच सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने खान और खनिज संशोधन विधेयक को चर्चा के लिए सदन में रखा, जिसके बाद हंगामे के बीच विधेयक पारित कर दिया गया. इसके अलावा राष्ट्रीय नर्सिंग और मिडवाइफरी आयोग विधेयक, 2023 और राष्ट्रीय दंत चिकित्सा आयोग विधेयक, 2023 भी लोकसभा से पारित कर दिया गया. इस दौरान विपक्षी सदस्य मोदी सरकार के खिलाफ कांग्रेस के लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर तत्काल चर्चा की मांग कर रहे थे. 


राज्यसभा में भी खूब हुआ बवाल
लोकसभा की ही तरह राज्यसभा में भी मणिपुर को लेकर खूब बवाल हुआ. राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने मणिपुर की स्थिति पर चर्चा के लिए दबाव डाल रहे टीएमसी नेता डेरेक ओ'ब्रायन के साथ विवाद के बाद सदन को अचानक दिन भर के लिए स्थगित कर दिया. धनखड़ को टीएमसी सांसद ने रोका और मणिपुर की स्थिति पर चर्चा करने के लिए नियम 267 के तहत विपक्षी सदस्यों के दिए गए नोटिस को स्वीकार न करने पर एक मुद्दा उठाने के लिए मेज थपथपाई, जिससे उन्हें कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. जगदीप धनखड़ ने कहा कि हम इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते और कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी.



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