नई दिल्ली: राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री ने लोकसभा में जवाब दिया. एक घंटे से भी ज्यादा लंबे भाषण में प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया. विपक्ष के नॉन स्टॉप हंगामे और शोर शराबे के बीच प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के बंटवारे के जहर की कीमत आज भी देश चुका रहा है. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर सदन में मंगलवार को चर्चा की शुरूआत हुई थी. पीएम आज शाम उच्च सदन यानी राज्यसभा में अपनी बात रखेंगे.


लोकसभा में पीएम मोदा का तेवर खासा आक्रामक था और उन्होंने हर पहलू से मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को घेरने की कोशिश की, लेकिन इस दौरान विपक्ष खासकर कांग्रेस की नारेबाज़ी जारी रही. 'जुमलेबाजी नहीं चलेगी' का नारा लगातार गूंजता रहा. इस दौरान सहयोगी पार्टी टीडीपी भी मोदी के खिलाफ विरोध जता रही थी और नारेबाज़ी कर रही थी.


सिर्फ विरोध के लिए विरोध उचित नहीं
प्रधानमंत्री ने कहा, ''राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान करीब 34 लोगों ने अपनी बात रखी. किसी ने पक्ष में तो किसी ने विपक्ष में अपनी बात रखी, लेकिन शांति से चर्चा हुई. राष्ट्रपति के अभिभाषण का सम्मान होना चाहिए, सिर्फ विरोध के लिए विरोध करना कितना उचित है.''


जब अटल जी ने राज्यों का बटवारा किया तब एतिहासिक निर्णय हुए
जैसे ही मोदी ने अपना भाषण शुरू किया, सहयोगी पार्टी टीडीपी विरोध करने लगी. इससे आहत प्रधानमंत्री ने कहा, ''हमारे देश में राज्यों की रचना आदरणीय अटल जी ने भी की थी. तीन राज्यों का निर्माण किया था. उत्तर प्रदेश में से उत्तराखंड बना हो. चाहे बिहार से झारखंड बना हो या मध्यप्रदेश से छत्तीगढ़ का अलग होना हो. उस वक्त जिस तरह से निर्णय हुए वो ऐतिहासिक थे.''


कांग्रेस के जहर की कीमत देश चुका रहा है
प्रधानमंत्री ने कहा, ''आपके चरित्र में है, जब आपने देश का विभाजन किया, कांग्रेस के बंटवारे के जहर की कीमत आज भी देश चुका रहा है. आज एक दिन भी ऐसा नहीं जाता है जब आप के पाप की सजा देश को ना मिलती हो. आपने (कांग्रेस) देश के टुकड़े किए.''


कांग्रेस सिर्फ हमारे जमाने में ऐसा था के गीत गाती है
प्रधानमंत्री ने कहा, ''विपक्ष के लोग जब भी आलोचना करते हैं तो उनके पास तथ्य कम होते हैं. सिर्फ हमारे जमाने में ऐसा था, हमारे जमाने में वैसा था का ही टेप बजाया जाता है. आपने मां भारती के टुकड़े कर दिए, इसके बावजूद देश आपके साथ था. उस वक्त जब आप राज कर रहे थे तब विपक्ष नाम मात्र का था, मीडिया भी देश का भला होगा इस उम्मीद से शासन के साथ चलता था.''


कांग्रेस को लगता है भारत 15 अगस्त 1947 के बाद बना
प्रधानमंत्री ने कहा, ''रेडियो कांग्रेस के सुर सुनाता था और टीवी भी आपको ही समर्पित थे. न्यायपालिका पर भी कांग्रेस पार्टी ही नियुक्ति करती थी. पंचायत से संसद तक आपका झंडा फहराता था. लेकिन आपने इतिहास को भुलाकर सारी शक्ति एक परिवार के गीत गाने में ही लगा दी. आजादी के बाद देश में ऊर्जा थी कहां से कहां पहुंच सकता था. देश का दुर्भाग्य रहा कि कांग्रेस के नेताओं को लगता है कि भारत का जन्म 15 अगस्त 1947 को हुआ, ऐसा लगता है इससे पहले देश था ही नहीं.''


मैं हैरान हो गया जब सुना कि लोकतंत्र नेहरू ने दिया, ये हमारे खून में है
प्रधानमंत्री ने कहा, ''कल मैं हैरान हो गया जब कहा गया कि देश को लोकतंत्र नेहरू ने दिया. लिच्छवी साम्राज्य और बुद्ध के समय भी देश में लोकतंत्र की गूंज थी. ये लोकतंत्र नेहरू और कांग्रेस ने नहीं दिया. खड़गे जी कर्नाटक के चुनाव के हो सकता है कि एक परिवार की भक्ति करके यहां बैठे रहें. लेकिन आप जगत गुरू बसेश्वर के नाम को ना भुलाइए. लोकतंत्र हमारे खून में है, लोकतंत्र हमारी परंपरा है.''


हमें लोकतंत्र का पाठ ना पढ़ाइए
प्रधानमंत्री ने कहा, ''आप लोकतंत्र की बात करते हैं ? कांग्रेस के प्रधानमंत्री राजीव गांधी जब हैदराबाद गए थे तब एक दलित मुख्यमंत्री का सरेआम अपमान किया था. आप अपने परिवार के लोकतंत्र को ही देश का लोकतंत्र मानते हैं. कांग्रेस ने नीलम संजीव रेड्डी को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया और रातोंरात उनकी पीठ पर छुरा घोंप दिया. अपने ही अधिकृत उम्मीदवार को हरा दिया. मनमोहन सिंह की सरकार में पास हुए एक अध्यादेश को आपकी पार्टी के सदस्य ने मीडिया के सामने टुकड़े टुकड़े कर दिया. कृपा करके आप हमें लोकतंत्र का पाठ ना पढ़ाइए.''


सरदार पटेल पहले पीएम होते तो कश्मीर में समस्या ना होती
प्रधानमंत्री ने कहा, ''मैं इतिहास की बात बताता हूं कि जब कांग्रेस कमेटी का चुनाव हुआ तो 12 में से 9 मेबर्स ने सरदार पटेल को चुना था, 3 ने नोटा दिया था.  देश के अगर पहले प्रधानमंत्री सरदार बल्लभभाई पटेल होते तो मेरे कश्मीर का एक हिस्सा पाकिस्तान के पास ना होता कुछ दिन पहले कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष चुनाव हुआ, पता नहीं चुनाव हुआ या ताजपोशी हुई. उस समय आपकी ही पार्टी का एक नौजवान चुनाव लड़ना चाहता था. आपने उसे भी रोक दिया.''


हम पिछली सरकारों के अटके काम भी पूरे कर रहे हैं
प्रधानमंत्री ने कहा, ''हम जो काम हाथ में लेते हैं उसे पूरा करने की कोशिश करते हैं. जनता की आंखों में धूल झोंकना हमारा काम नहीं. हमने पिछली सरकारों के अटके कामों को ठीक करके पूरा करने की कोशिश की. सरकारें आती जाती रहती हैं देश बना रहता है."


तीन साल के काम काज का ब्योरा भी दिया
प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार के तीन साल के काम काज का ब्योरा देते हुए कहा, ''हमने तीन साल में 2100 किलोमीटर रेल लाइन का मिर्माण किया. तीन साल में 4300 किलोमीटर से ज्यादा बिजली के तार बिछाए. हमारी सरकार में एक लाख बीस हजार किलोमीटर सड़के बनीं. एक लाख से अधिक पंचायतों में ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाया. कांग्रेस अगर जमीन से जुड़ी होती तो शायद ये हालत ना होती.''


कांग्रेस के दर्द की दवा पहले ही जनता कर चुकी है
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में लगातार कर्नाटक का जिक्र किया. उन्होंने कहा, ''कर्नाटक और रेल का नाम आते ही खड़गे जी खुश हो जाते हैं. आपने बीदर रेल लाइन का जिक्र किया था. लेकिन देश को एक बात पता होनी चाहिए. कांग्रेस वाले ये बात नहीं बताएंगे. बीदर रेल लाइन का प्रोजेक्ट अटल जी की सरकार में पास हुआ था. 2013 तक रेल लाइन पूरी नहीं हो पाई. अटलजी की सरकार के बाद इस पर सिर्फ 37 किलोमीटर में काम हुआ. वो भी तब जब येदियुरप्पाजी की सरकार थी तब आपको लगा कि यह 130 किलोमीटर होनी चाहिए थी. आप सड़क पर झंडा फहरा कर आ गए. कांग्रेस के दर्द की दवा पहले ही जनता कर चुकी है.'' बाड़मेर की रिफाइनरी के बहाने भी प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर हमला किया. प्रधानमंत्री ने कहा, ''सिर्फ काजगों पर ही रिफाइनरी का काम हुआ था. कांग्रेस ने बाड़मेर जाकर सिर्फ पत्थर जड़ने का काम किया. रिफाइनरी का सारा काम सिर्फ कागजों में ही हुआ था.''


प्रधानमंत्री ने कहा, ''हमारी सरकार ने उत्तर पूर्व के राज्यों को प्राथमिकता दी. डोला-सादिया पुल भी अटल जी का दिया हुआ. देश की सबसे लंबी सुरंग, सबसे लंबी गैस पाइप लाइन हमारी देन है. कांग्रेस ने कभी दूसरी सरकार के योगदान का जिक्र नहीं किया. हमने देश के विकास में हर सरकार के योगदान की बात लाल किले से कही.''


गैर बीजेपी राज्यों में एक करोड़ लोगों को रोजगार मिला
प्रधानमंत्री ने कहा, ''देश में बेरोजगारी का आंकड़ा दिया जाता है. देश में रोजगार का भी आंकड़ा देना चाहिए. गैर बीजेपी राज्यों में एक करोड़ लोगों को रोजगार मिला. हम असंगठित क्षेत्र को संगठित क्षेत्र में लाने की कोशिश कर रहे हैं. मैं इसमें बीजेपी और एनडीए के राज्यों का जिक्र नहीं कर रहा हूं. एक साल में 70 लाख नए ईपीएफ में नाम जुड़े हैं, इनमें 18 से 25 साल के युवक युवतियां ज्यादा हैं.''


छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता, टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता
प्रधानमंत्री ने कहा, ''देश के मध्यम वर्ग का नौजवान अपने दम पर जीना चाहते हैं. आज आईएएस अधिकारी कहते हैं कि हमारे बच्चे अधिकारी नहीं बनना चाहेत बल्कि स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं. कोई भी सरकार हो उसे देश के मध्यम वर्ग के नौजवानों की आकांक्षाओं को बल देना चाहिए. मुद्रा योजना में 10 करोड़ लोगों को बिना दलाली के लोन दिया. अटल जी ने कहा है कि छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता और टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता.''


मॉनीटरिंग के कारण विकास के काम में गति आई
प्रधानमंत्री ने कहा, ''अस्सी के दशक में युवाओं को इक्कसवीं सदी के सपने दिखाए जाते थे. लेकिन वो कैसे इक्कीसवीं सदी होगी जिसमें एविएशन पॉलिसी ना हो. हमने एविएशन पॉलिसी बनाई और देश की छोटी छोटी हवाई पट्टियों को देश से जोड़ा. 900 से ज्यादा नए हवाई जहाज खरीदने का आर्डर भारत से दिया गया. मॉनीटरिंग के कारण विकास के काम में गति आई.''


सौभाग्य योजना से चार करोड़ घरों में बिजली
प्रधानमंत्री ने कहा, ''चार करोड़ घरों तक बिजली पहुंचाने के लिए हम सौभाग्य योजना लेकर आए. इन घरों में बिजली नहीं होने का मतलब है कि करीब 20% आबादी अंधेरे में जी रही है. ये आपने हमें विरासत में दिया, ये गर्व करने वाली बात नहीं है. इसे बिजली प्रोडक्शन बढ़ाकर हम पूरा कर रहे हैं. पिछले तीन साल में हमने ट्रांसफॉर्मर कैपिसिटी 30% बढ़ाई है. बिजली बचाने के लिए हमने 28 करोड़ एलईडी बल्ब बांटे, इससे मिडिल क्लास का बिल बचा है."


कहते थे कि मोदी आधार बंद कर देगा, हमने वैज्ञानिक तरीके से आधार का इस्तेमाल किया
प्रधानमंत्री ने कहा, ''आधार पर आपने बहुत दुष्प्रचार किया. कहा गया कि मोदी आएगा तो आधार को ख्तम कर देगा. मैंने वैज्ञानिक तरीके से आधार का इस्तेमाल किया. आधार में पार्दशिता लाने से सब्सिडी देने में आसानी हुई. आधार के कारण आज डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिए बिचौलियों का जाल खत्म हुआ. इससे बिचौलियों और देश को लूटने वालों का रोजगार गया है. बिचौलियों के रोजगार जाने से कांग्रेस को दुख हुआ."


किसानों के नाम राजनीति की कोशिश हो रही है
प्रधानमंत्री ने कहा, ''किसानों के नाम राजनीति की कोशिश हो रही है. ये सच है कि किसान के उत्पादन की सप्लाई चेन से फसल बर्बाद हो जाती है. इससे करीब एक लाख करोड़ का नुकसान होता था. हमने प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना लॉन्च की. हम सप्लाई चेन में नए इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने की तैयारी कर रहे हैं.'' प्रधानमंत्री ने कहा, ''आपने बांस को ट्री की क्लास में रख दिया. इससे नॉर्थ-ईस्ट के लोग इसे काट नहीं सकते थे और करोड़ों रुपए की संपदा बर्बाद हो गई. देश में दूध और शहद के प्रोडक्शन में बढ़ोत्तरी हुई है.''


कांग्रेस को दुख है हम 2022 की बात करते क्यों करते हैं
प्रधानमंत्री ने कहा, ''कृषि के लिए एक लाख करोड़ कर्ज की व्यवस्था की. किसानों की आय दो गुनी करने का लक्ष्य किया. आपको इस पर भी संदेह है. फसल पर खर्च कम करके किसान की आय दो गुनी की जा सकती है. आपको (कांग्रेस) को दुख है कि हम 2022 की बातें क्यों करते हैं. जब आप अस्सी के दशक में इक्कीसवीं सदी के सपने दिखा रहे थे. हम 2022 की बात आजादी के 75 साल की प्रेरणा लेकर कर रहे हैं.''


हमने मध्यम वर्ग की बहुत सेवा की
मध्यवर्ग पर प्रधानमंत्री ने अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, ''विपक्ष मध्यम वर्ग को झूठ बता रहा है. हमने पहले बजट में टैक्स छूट की सीमा में 50 हजार की छूट दी थी. इस बजट में मध्यम वर्ग को हमने 12 हजार करोड़ का नया फायदा दिया. दुनिया में सबसे कम टैक्स दर 5 प्रतिशत सिर्फ भारत में ही है. हमारी सरकार ने मध्यम वर्ग की बहुत बड़ी सेवा की. मध्यम वर्ग के लिए 40 हजार के स्टैंडर्ड डिडक्शन दिया.''

देश में जितना भी एनपीए सब कांग्रेस का पाप है
प्रधानमंत्री ने कहा, ''देश में एनपीए की बात होती है. पिछली सरकार में चहेतों को लोन दिया जाता था. एनपीए के लिए सिर्फ पुरानी सरकार जिम्मेदार है. मैं लोकतंत्र के मंदिर में खड़े होकर कहता हूं कि ये आपके पाप की देन है. हमारी सरकार में हमने एक भी ऐसा लोन नहीं दिया जिसमें एनपीए की नौबत आई हो. कांग्रेस के पाप को जानकर भी देश हित में मैंने मौन रखा. पिछली सरकार ने एनपीए का आंकड़ा 36% बताया लेकिन 2014 जब हमारी सरकार बनी. हमने कागज खंगाले तो पता चला कि एनपीए का असली आंकड़ा 82% था. कांग्रेस के समय 18 लाख करोड़ के एनपीए को 52 लाख करोड़ तक पहूंचाया गया. आज जो एनपीए है वो आपके पापों का ब्याज है.''


आप विदेश  में जाकर भारत की आलोचना कर रहे हैं
प्रधानमंत्री ने कहा, ''देश में हिट एंड रन की राजनीति चल रही है. कीचड़ उछालों और भाग जाओ. लेकिन एक बात साफ है कि जितना कीचड़ उछालोगे कमल उतना ही खिलेगा. आज भारत का पासपोर्ट पूरी दुनिया में गर्व का विषय है. लेकिन आप विदेश में जाकर देश की आलोचना कर रहे हैं. जब देश में डोकलाम संकट में था आप चीन के अधिकारियों से बात कर रहे थे. जब हमारे जवान ने पाकिस्तान पर सर्जिल स्ट्राइक की, आपने उस पर भी सवाल उठाए.''


लगातार हुआ विरोध
प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान विपक्ष लगातार नारे बाजी करता रहा. लगातार शोर और हंगामे के बीच विपक्ष की ओर से 'पंद्रह लाख का क्या हुआ?' 'प्रधानमंत्री जवाब दो' के नारे भी लगते रहे.