PM Modi Return From Austria Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोदी मंगलवार (9 जुलाई) को मास्को से ऑस्ट्रिया की दो दिवसीय यात्रा पर वियना पहुंचे थे. जिसके बाद आज पीएम मोदी ऑस्ट्रिया की सफल यात्रा पूरी करने के बाद नई दिल्ली के लिए रवाना हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रिया की मेरी यात्रा ऐतिहासिक और बेहद सार्थक रही है. हमारे देशों के बीच मित्रता में नयी ऊर्जा का संचार हुआ है. मुझे वियना में विविध कार्यक्रमों में भाग लेने की खुशी है. पीएम ने कहा कि चांसलर कार्ल नेहमर के आतिथ्य और स्नेह के लिए आभार.


इस बीच पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट की जिसमें उन्होंने लिखा कि वियना में मुझे प्रोफेसर बिरगिट केलनर, डॉ. मार्टिन गेन्सले, डॉ. करिन प्रीसेनडांज और डॉ. बोरायिन लारियोस से मिलने का अवसर मिला. ये सभी सम्मानित शिक्षाविद और शोधकर्ता हैं. जिन्होंने भारतीय इतिहास और संस्कृति के पहलुओं का अध्ययन करने के लिए बहुत प्रयास किया है. पीएम ने कहा कि मैं पूरी दुनिया में भारतीय संस्कृति को लोकप्रिय बनाने में उनकी भूमिका के लिए उनकी सराहना करता हूं.


भारतीय समुदाय ने प्रधानमंत्री मोदी का किया भव्य स्वागत


इस बीच विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि पीएम मोदी ने आज वियना में भारतीय समुदाय के सदस्यों से बातचीत की. इस दौरान भारतीय समुदाय ने प्रधानमंत्री का बहुत खुशी और उत्साह के साथ स्वागत किया. जहां पर पीएम ने पिछले 10 सालों में भारत में हुए विकास और भविष्य के लिए अपना नजरिया साझा किया. उन्होंने भारत के 'विश्वबंधु' होने और वैश्विक प्रगति और कल्याण में योगदान देने पर भी जोर दिया. उन्होंने भारत-ऑस्ट्रिया साझेदारी को मजबूत करने में अपनी भूमिका के लिए भारतीय समुदाय को धन्यवाद दिया.


 






भारत ने युद्ध के बजाय शांति और समृद्धि को दिया बढ़ावा- PM मोदी


दरअसल, पीएम मोदी ने बुधवार (10 जुलाई) को वियना में सामुदायिक कार्यक्रम को संबोधित किया, जहां उन्होंने कहा कि भारत और ऑस्ट्रिया के बीच ऐतिहासिक संबंधों ने सांस्कृतिक आदान-प्रदान और व्यापार के मामले में दोनों देशों को लाभ पहुंचाया है. पीएम ने कहा कि भारत की तरह ही ऑस्ट्रिया का इतिहास और संस्कृति भी बहुत पुरानी और भव्य रही है. उन्होंने कहा कि एक-दूसरे के साथ हमारा संपर्क भी ऐतिहासिक रहा है. इससे दोनों देशों को लाभ हुआ है. यह लाभ संस्कृति के साथ-साथ वाणिज्य के संबंध में भी रहा है.


कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा भारत ने हजारों सालों से दुनिया के साथ ज्ञान और विशेषज्ञता साझा की है. उन्होंने कहा कि भारत ने युद्ध के बजाय शांति और समृद्धि को बढ़ावा दिया है.


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