Gaganyaan Mission: कौन हैं गगनयान मिशन के तहत स्पेस में जाने वाले 4 एस्ट्रोनॉट्स? पीएम मोदी आज करेंगे नाम का ऐलान
ISRO Gaganyaan Mission: गगनयान मिशन के तहत एस्ट्रोनॉट्स को तीन दिनों के लिए स्पेस में भेजा जाएगा. इसके बाद उन्हें सुरक्षित अरब सागर में लैंड करवाया जाएगा.
Gaganyaan Mission: भारत अपने पहले ह्यूमन स्पेसफ्लाइट मिशन 'गगनयान' के लिए तैयार है. गगनयान मिशन के लिए चार एस्ट्रोनॉट्स को ट्रेनिंग दी गई है, जिनके नाम का ऐलान खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करने वाले हैं. पीएम मोदी मंगलवार (27 फरवरी) से दो दिनों के दक्षिण भारत दौरे पर रहने वाले हैं, जिसके तहत वह केरल में 'विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर' (वीएसएससी) का दौरा करेंगे. यहां पर वह मिशन के लिए सेलेक्ट हुए पायलटों के नाम का ऐलान करेंगे.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम मोदी तिरुवनंतपुरम में स्थित वीएसएससी जाने वाले हैं, जहां वह गगनयान मिशन की तैयारियों का जायजा लेंगे. वह एस्ट्रोनॉट्स को 'एस्ट्रोनॉट्स विंग' भी सौपेंगे, जो उनके मिशन के लिए आधिकारिक रूप से शामिल होने का सबूत होगा. प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान जारी कर बताया कि पीएम मोदी लगभग 1800 करोड़ रुपये की तीन महत्वपूर्ण स्पेस इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का भी उद्घाटन करने वाले हैं.
किन प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन करेंगे पीएम मोदी?
प्रधानमंत्री मोदी जिन तीन प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन करने वाले हैं, उसमें श्रीहरिकोटा में स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर में पीएसएलवी इंटीग्रेशन फैसिलिटी, महेंद्रगिरी में इसरो प्रोपल्शन कॉम्पलैक्स में सेमी-क्रायोजेनिक इंटीग्रेटेड इंजन और स्टेज टेस्ट फैसिलिटी और वीएसएससी में ट्राइसोनिक विंड टनल शामिल हैं. पीएसएलवी इंटीग्रेशन फैसिलिटी के जरिए हर साल लॉन्च होने वाले 6 पीएसएलवी रॉकेट्स की क्षमता को बढ़ाकर 15 कर दिया जाएगा.
एस्ट्रोनॉट्स को लेकर अब तक क्या पता चला?
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि जिन चार एस्ट्रोनॉट्स का 2018 में ऐलान किए गए गगनयान मिशन के लिए सेलेक्शन हुआ है, वो सभा या तो विंग कमांडर्स हैं या ग्रुप कैप्टन हैं. सूत्रों ने बताया है कि इन चार एस्ट्रोनॉट्स के नाम प्रशांत नायर, अंगद प्रताप, अजीत कृष्णनन और चौहान (पूरा नाम अभी सार्वजनिक नहीं हुआ है) हैं. ये सभी एस्ट्रोनोट्स कई सारे टेस्ट पास कर मिशन के आखिरी चरण तक पहुंचे हैं.
चारों पायलटों ने कोविड महामारी के दौरान रूस के ज्वयोज्दनी गोरोडोक शहर में अपनी एक साल की ट्रेनिंग कोर्स को पूरा किया. अब इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (इसरो) की एक यूनिट में उन्हें गगनयान मिशन के बारे में डिटेल से बताया जा रहा है. इन सभी को बेंगलुरू में एस्ट्रोनोट ट्रेनिंग फैसिलिटी में भी ट्रेनिंग दी गई है. मंगलवार को ये सभी लोग इसरो की वीएसएससी फैसिलिटी में मौजूद रहेंगे, जहां इनके नाम का आधिकारीक ऐलान होगा.
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