कुलभूषण जाधव मामला: ICJ के फैसले का पीएम मोदी ने किया स्वागत, कहा- उन्हें न्याय जरूर मिलेगा
इंटरनेशल कोर्ट ने 15-1 से भारत के पक्ष में फैसला आया. इसके साथ ही भारत को कॉन्सुलर एक्सेस भी मिलेगा. कोर्ट ने जाधव की फांसी की सजा पर रोक लगाते हुए पाकिस्तान को अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए कहा है. पीएम मोदी ने इंटरनेशल कोर्ट के इस फैसले का स्वागत किया है.
नई दिल्ली: कुलभूषण जाधव मामले इंटरनेशल कोर्ट के फैसले का पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि कुलभूषण जाधव को न्याय जरूर मिलेगा. बता दें कि आज इंटरनेशल कोर्ट ने पाकिस्तान द्वारा जाधव को दी गई फांसी की सजा पर रोक लगा दी. इसके साथ ही पाकिस्तान को कहा कि वह अपने फैसले पर पुनर्विचार करे.
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘’हम इंटरनेशल कोर्ट ऑफ जस्टिस के फैसले का स्वागत करते हैं. सत्य और न्याय की जीत हुई है. तथ्यों के व्यापक अध्ययन के आधार पर दिए गए इस फैसले के लिए आईसीजे को बधाई. मुझे यकीन है कि कुलभूषण जाधव को न्याय मिलेगा. हमारी सरकार हमेशा हर भारतीय की सुरक्षा और कल्याण के लिए काम करेगी.’’
We welcome today’s verdict in the @CIJ_ICJ. Truth and justice have prevailed. Congratulations to the ICJ for a verdict based on extensive study of facts. I am sure Kulbhushan Jadhav will get justice.
Our Government will always work for the safety and welfare of every Indian. — Narendra Modi (@narendramodi) July 17, 2019
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी खुशी जाहिर की है. सुषमा ने ट्वीट करते हुए कहा, ''मैं कुलभूषण जाधव के मामले में अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के फैसले का तहे दिल से स्वागत करती हूं. यह भारत के लिए बहुत बड़ी जीत है.'' उन्होंने आगे कहा कि ''मैं अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के समक्ष जाधव के मामले को ले जाने की हमारी पहल के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देती हूं.''
सुषमा स्वराज ने एक और ट्वीट में कहा, ''मैं हरिश साल्वे को ICJ के समक्ष भारत के मामले को बहुत प्रभावी ढंग से और सफलतापूर्वक प्रस्तुत करने के लिए धन्यवाद देती हूं.'' उन्होंने कहा कि ''मुझे उम्मीद है कि इस फैसले की कुलभूषण जाधव के परिवार के सदस्यों को बहुत ज्यादा जरूरत थी.'' इंटरनेशल कोर्ट ने 15-1 से भारत के पक्ष में फैसला आया. इसके साथ ही भारत को कॉन्सुलर एक्सेस भी मिलेगा. भारत की तरफ से इसकी मांग की गई थी. पाकिस्तानी मिलिट्री कोर्ट द्वारा 10 अप्रैल 2017 को कुलभूषण जाधव को सज़ा-ए-मौत सुनाए जाने के बाद भारत ने 8 मई 2017 को आईसीजे का दरवाजा खटखटाया था.