मुंबई: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 1984 सिख विरोधी दंगों में इंसाफ में देरी का जिक्र करते हुए आज कहा कि किसी ने नहीं सोचा था कि कांग्रेस नेता को मामले में दोषी ठहराया जाएगा. एक निजी टीवी कार्यक्रम में मोदी ने कहा, ‘‘चार साल पहले, किसी ने सोचा भी नहीं था कि 1984 के सिख नरसंहार मामले में कांग्रेस नेता को सजा मिलेगी और उन्हें (पीड़ितों को) इंसाफ मिलेगा.’’


दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा 1984 सिख विरोधी दंगा मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को दोषी ठहराए जाने और उन्हें ताउम्र कैद की सजा सुनाए जाने के एक दिन बाद मोदी ने यह बयान दिया है. अदालत ने कल अपने आदेश में कहा था कि ये दंगे "मानवता के खिलाफ अपराध" थे और कानून लागू करने वाली एजेंसियों की मदद से उन लोगों द्वारा किए गए जिन्हें "राजनीतिक संरक्षण" प्राप्त था.


हाई कोर्ट ने कहा था कि इस तथ्य से इनकार नहीं किया जा सकता है कि आरोपियों को सजा देने में तीन दशक लग गए लेकिन पीड़ितों को यह आश्वासन देना आवश्यक है कि अदालत के समक्ष पेश होने वाली चुनौतियों के बावजूद ‘‘सत्य की जीत होती है और अंतत: न्याय मिलता है.’’


1984 दंगा: उम्रकैद की सजा मिलने के बाद सज्जन कुमार का कांग्रेस से इस्तीफा


पीएम मोदी ने राफेल डील पर सुप्रीम कोर्ट के हाल ही में सुनाए फैसले को लेकर भी कांग्रेस पर निशाना साधा. मोदी ने कहा, ‘‘ऐसा पहली बार हुआ है जब भ्रष्टाचार संबंधी आरोपों को लेकर देश की शीर्ष अदालत का रुख किया गया. जहां उन्हें स्पष्ट फैसला मिला कि जो भी काम हुआ (राफेल सौदे में..) वह पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ किया गया.’’


उन्होंने कहा कि चार साल पहले (जब कांग्रेस सत्ता में थी) किसी ने नहीं सोचा था कि ऐसा भी हो सकता है. उन्होंने कहा, ‘‘हमारी एक मानसिकता है जिसमें हम सरकार के खिलाफ अधिक भ्रष्टाचार के आरोपों में विश्वास करते हैं. चाहे वह कदाचार या भ्रष्टाचार के आरोप हों, मानसिकता एक ही बनी रहेगी.’’


मोदी ने कहा, ‘‘चार साल पहले किसी ने यह नहीं सोचा था कि एक दिन अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर भ्रष्टाचार मामले का मुख्य आरोपी क्रिश्चियन मिशेल भारत में होगा. सबके तार जोड़े जा रहे हैं.’’


सिख दंगा: सवालों से बचते नजर आए राहुल, दादी इंदिरा गांधी की हत्या के बाद फैली थी हिंसा