PM Narendra Modi: ‘लोग पूछते हैं कि इतना काम क्यों करते हैं’, जानें पीएम मोदी ने क्या दिया जवाब?
PM Modi On Development: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के विकास को लेकर कहा कि देश इस समय विकास के पथ पर बढ़ चला है और युवा शक्ति इसमें शामिल है.
PM Modi On Future Of India: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (21 अक्टूबर) को कहा कि भारत के सपनों को साकार करने और लिए गए संकल्पों को पूरा करने के लिए सरकार बिना रुके और बिना थके काम कर रही है. इन्हें पूरा करने के लिए आराम करने की गुंजाइश नहीं है. पिछले 10 सालों में जो हुआ है वो पर्याप्त नहीं है.
एनडीटीवी की वर्ल्ड समिट में हिस्सा लेते हुए पीएम मोदी ने कहा, “मैं कई लोगों से मिलता हूं जो मुझसे कहते हैं, भारत अब दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, कई उपलब्धियां हासिल की गई हैं, सुधार लागू किए गए हैं, फिर आप इतनी मेहनत क्यों कर रहे हैं? पिछले 10 सालों में 12 करोड़ शौचालय बनाए गए हैं और 16 करोड़ घरों में गैस कनेक्शन दिए गए हैं क्या यह पर्याप्त है? मेरा जवाब है नहीं. यह पर्याप्त नहीं है. आज भारत दुनिया के सबसे युवा देशों में से एक है. युवाओं की यह क्षमता हमें आसमान तक ले जा सकती है.”
‘अब सरकारों की तुलना करने का समय चला गया’
उन्होंने कहा, "हमने जो सपने देखे हैं, जो प्रतिज्ञाएं ली हैं, उनमें कोई आराम या ढील नहीं है." प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अब 'आगे की ओर देखने' के दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा, "एक परंपरा रही है कि हर सरकार अपने काम की तुलना पिछली सरकार के काम से करती है. हम भी इसी रास्ते पर चलते थे, लेकिन अब हम अतीत और वर्तमान की तुलना करके खुश नहीं रह सकते. अब से सफलता का पैमाना 'हम क्या हासिल करना चाहते हैं' होगा. भारत अब आगे की ओर देखने वाला दृष्टिकोण रखता है. 2047 तक विकसित भारत का विजन इसी मानसिकता का हिस्सा है."
‘भारत ने दुनिया को दिया नया मॉडल’
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने दुनिया को दिखाया है कि डिजिटल इनोवेशन और डेमोक्रेटिक वैल्यू एक साथ रह सकते हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि इंटरनेट के दौर में भारत को पहले कदम उठाने का लाभ नहीं मिला. प्रधानमंत्री ने कहा, "जिन देशों को यह लाभ मिला, वहां निजी कंपनियों ने डिजिटल पहल की अगुआई की. क्रांति आई, लेकिन इसका लाभ सीमित रहा. भारत ने दुनिया को एक नया मॉडल दिया. भारत ने प्रौद्योगिकी का लोकतंत्रीकरण किया और दुनिया को डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे का रास्ता दिखाया."
ये भी पढ़ें: कनाडा से खटास, चीन संग LAC विवाद और पड़ोसी PAK...इंडिया के लिए कौन बड़ी 'समस्या'? एस जयशंकर ने खुलकर बताया