बैंकॉक: PM मोदी ने 16वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में कहा- आपसी सहयोग बढ़ाने से विकास को गति मिलेगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 16वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में कहा कि आसियान और भारत के बीच आपसी सहयोग से आगे बढ़ने की काफी संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि समुद्री सुरक्षा और जल आधारित अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के काफी अवसर हैं.
बैंकॉक: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को बैंकॉक में 16वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने भारत के बहु क्षेत्रीय संबंधों के विस्तार की रूपरेखा पेश की. उन्होंने कहा कि भारत और दस देशों के समूह आसियान के बीच जमीनी, हवाई और समुद्री संपर्क बढ़ाने से क्षेत्रीय व्यापार और आर्थिक वृद्धि में काफी वृद्धि होगी. बता दें कि आसियान को वैश्विक स्तर पर व्यापार और निवेश का एक प्रभावशाली समूह माना जाता है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि समुद्री सुरक्षा और जल आधारित अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के काफी अवसर हैं. इसके अलावा भारत और आसियान कृषि, इंजीनियरिंग, डिजिटल प्रौद्योगिकी और वैज्ञानिक अनुसंधान के क्षेत्र में भी सहयोग का विस्तार कर सकते हैं. प्रधानमंत्री ने भारत और आसियान के बीच हिंद प्रशांत क्षेत्र में विचारों के मेल का स्वागत किया.
पीएम मोदी ने आसियान देशों के नेताओं के सामने कहा, ‘‘भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी हमारे हिंद-प्रशांत दृष्टिकोण का महत्वपूर्ण हिस्सा है. आसियान इसका मुख्य हिस्सा है. एकीकृत और आर्थिक रूप से गतिशील आसियान भारत के हित में है.’’
दस देशों का आसियान समूह क्षेत्र के प्रभावशाली समूहों में से है. भारत और कई अन्य देश मसलन अमेरिका, चीन, जापान और आस्ट्रेलिया इसके वार्ता भागीदार है. भारत और आसियान के संबंध लगातार मजबूत हो रहे हैं. भारत को जोड़कर आसियान क्षेत्र की आबादी 1.85 अरब की है. यह दुनिया की आबादी का करीब 25 प्रतिशत है. इनका सामूहिक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) करीब 3,800 अरब डॉलर है. पिछले 17 साल में भारत को आसियान से करीब 70 अरब डॉलर का निवेश मिला है. देश में आए कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का यह 17 प्रतिशत है.
बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए यहां पहुंचे. पीएम मोदी सोमवार को 14वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन और क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) की तीसरी शिखर बैठक में भाग लेंगे.
बता दें कि आसियान की यह सालाना शिखर बैठक ऐसे समय में हुई है जबकि विवादित दक्षिण चीन सागर और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन ने काफी आक्रामक रुख अपनाया हुआ है. आसियान के दस देशों में इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलिपींस, सिंगापुर, थाइलैंड, ब्रुनेई, वियतनाम, लाओस, म्यामां और कंबोडिया शामिल हैं.
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