(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Sardar Patel Jayanti: जो कांग्रेस सरदार पटेल को साथ नहीं जोड़ पा रही, वो क्या जोड़ सकती है? पीएम मोदी का तीखा वार
PM Modi In Gujarat : पीएम नरेंद्र मोदी गुजरात दौरे पर कांग्रेस पर सियासी हमला किया है. साथ ही दावा किया कि गुजरात सरकार ने लोगों के विकास के लिए काम किया है.
PM Modi Gujarat Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विधानसभा चुनाव से पहले गुजरात दौरे पर हैं. इसी बीच उन्होंने अहमदाबाद में असरवा में 2900 करोड़ रुपये से अधिक की 2 रेलवे परियोजनाओं का उद्घाटन करने के दौरान कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इन्होंने देश का अपमान किया है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ''सरदार पटेल कांग्रेस के बहुत बड़े नेता रहे. आज उनके जन्मदिन पर दो अखबारों पर मेरी नजर गई, राजस्थान की कांग्रेस सरकार का गुजराती अखबार पर फुल पेज विज्ञापन छपा है, लेकिन उस विज्ञापन में न तो सरदार पटेल का नाम है, न ही उनकी फोटो है और न ही उनको श्रद्धांजलि है. जो कांग्रेस सरदार पटेल को अपने साथ जोड़ नहीं पा रही है, वो क्या जोड़ सकती है? ये सरदार साहब का अपमान है. देश का अपमान है."
पीएम नरेंद्र मोदी ने क्या कहा?
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरदार पटेल तो बीजेपी के नहीं थे, लेकिन देश के लिए जिए और देश को कुछ देकर गए. आज हम गर्व करते हैं, दुनिया का सबसे बड़ा स्टैच्यू बनाकर हमें संतोष हो रहा है. लेकिन ये (कांग्रेस) नाम तक लेने को तैयार नहीं हैं, देश कभी इसे माफ नहीं करेगा.
जो कांग्रेस सरदार पटेल को अपने साथ जोड़ नहीं पा रही है, वो क्या जोड़ सकती है?
— BJP (@BJP4India) October 31, 2022
ये सरदार साहब का अपमान है, देश का अपमान है।
- पीएम @narendramodi pic.twitter.com/Wdj0KedsPs
'गुजरात के लिए बड़ा दिन'
पीएम नरेंद्र मोदी ने दावा किया कि गुजरात के विकास के लिए, गुजरात की कनेक्टिविटी के लिए आज बहुत बड़ा दिन है. गुजरात के लाखों लोग एक बड़े क्षेत्र में ब्रॉडगेज लाइन न होने से परेशान रहते थे. उन्हें आज से बहुत राहत मिलने जा रही है. साथ ही कहा कि 2014 से पहले गुजरात के नए रेल रूटों के लिए मुझे केंद्र सरकार के पास बार-बार जाना पड़ता था. साल 2009-2014 के बीच 125 किमी से भी कम रेलवे लाइन का दोहरीकरण हुआ था जबकि 2014 से 2022 के बीच 550 से ज्यादा का रेलवे लाइन का दोहरीकरण हुआ है.
क्या फायदा होगा?
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि नया रूट खुलने के बाद भावननगर और पोरबंदर के बीच की दूरी करीब 200 किमी, भावननगर और राजकोट के बीच की दूरी करीब 30 किमी कम हो गई है. साथ ही बताया कि यह रेल रूट बिजी रहने वाली राजकोट, सोमनाथ और पोरबंदर मार्ग के बीच एक वैकल्पिक रूट के रूप में उपलब्ध हो गया है.
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