नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से फोन पर बात की और द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर जोर दिया. साथ ही दोबारा राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई दी. चीन की संसद ने हाल ही में शी जिनपिंग को दोबारा राष्ट्रपति चुना है. जिनपिंग के राष्ट्रपति बनने के बाद मोदी और उनके बीच पहली बातचीत है.


चीन की सरकारी समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने कहा कि शी ने मोदी से कहा कि आपसी राजनीतिक विश्वास को बढ़ाने के लिए वह दीर्घकालिक रणनीतिक द्विपक्षीय संबंधों के मुद्दों पर भारतीय नेताओं से संवाद बढ़ाने को तैयार हैं. शी को मोदी ने चीन के राष्ट्रपति के रूप में दोबारा निर्वाचित होने पर बधाई दी. शी ने यह भी कहा कि चीन, भारत के साथ द्विपक्षीय सहयोग को बेहतर बनाए रखने का इच्छुक है.


आपको बता दें कि पिछले साल भारत-चीन सीमा पर डोकलाम में दोनों देशों की सेनाओं के आमने-सामने आने पर भारत-चीन संबंधों में दरार आ गई थी. दोनों देशों की सेनाओं के 73 दिन आमने-सामने डटे रहने के बाद पिछले साल अगस्त में ब्रिक्स सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीन यात्रा से पहले यह विवाद शांत हुआ. हालांकि कई ऐसी रिपोर्ट सामने आई है जिसमें डोकलाम में चीनी सेना की मौजूदगी के दावे किये जाते रहे हैं.


चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने मंगलवार को एक कार्यक्रम में कहा कि चीन अपनी जमीन का एक इंच भी नहीं देगा और देश अपने दुश्मनों के साथ खूनी संघर्ष के लिए तैयार है. शी ने चीन की संसद नेशनल पीपुल्स कांग्रेस के वार्षिक सत्र में कहा, "हम हमारी जमीन का एक इंच टुकड़ा भी किसी का नहीं देंगे और इसे चीन से कोई ले भी नहीं सकता." शी ने ग्रेट हॉल में कहा, "हम अपने दुश्मनों के खिलाफ खूनी लड़ाई लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं."


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