नई दिल्ली: यूके बेस्ड इंडिया ग्लोबल वीक 2020 की तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कॉफ्रेंस आज से शुरू हो गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कॉफ्रेंस का वर्चुअल उद्घाटन किया और संबोधित भी किया. पीएम मोदी ने कहा, "एक तरफ भारत लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर वैश्विक महामारी के साथ लड़ रहा है, दूसरी ओर हमारा इतना ही ध्यान देश की अर्थव्यवस्था के स्वास्थ्य पर भी है."
पीएम मोदी ने कहा, "महामारी ने एक बार फिर दिखाया है कि भारत की दवा इंडस्ट्री सिर्फ भारत के लिए ही संपदा नहीं है बल्कि पूरी दुनिया के लिए भी है. भारत ने दवाईयों की लागत कम करने में अग्रणी भूमिका निभाई है, खासतौर से विकासशील देशों के लिए. 'आत्मनिर्भर भारत' का मतलब स्वयं तक सीमित होना या दुनिया के लिए बंद हो जाना नहीं है. इसका मतलब 'सेल्फ सस्टेनिंग' और 'सेल्फ जेनरेटिंग' होना है."
पहली बार इंडिया ग्लोबल वीक का वर्चुअली आयोजन
इंडिया ग्लोबल वीक 2020 हर साल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कांफ्रेंस का आयोजन करता है. कोरोना की वजह से ये पहला मौका है कि इस बार इसे वर्चुअली आयोजित किया जा रहा है. माना जा रहा है कि भारत की वैश्वीकरण पर अब तक की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस है जिसमें दुनिया भर के 5000 से ज्यादा प्रतिभागी मौजूद रहेंगे जबकि ढाई सौ से ज्यादा वक्ता भाग लेंगे. तीन दिनों तक चलने वाली कांफ्रेंस में व्यापार, रणनीतिक और सांस्कृतिक मुद्दों पर चर्चा होगी.
इसके अलावा व्यापार, कला और संस्कृति से उभरती हुई तकनीक, बैंकिंग और वित्त, फार्मा, सुरक्षा, सामाजिक प्रभाव और सभी महत्वपूर्ण विषयों पर वैश्विक विचार-विमर्श किया जाएगा. विश्व मंच पर भारत की क्या भूमिका है, भारत कैसे वैश्विक मंच को प्रभावित करता है और भविष्य में भारत कैसे वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण होने वाला है. इन सभी विषयों पर चर्चा होगी.
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