नई दिल्ली: 74वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को आत्मनिर्भर भारत बनाने पर जोर दिया. पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी के बीच 130 करोड़ देशवासियों ने आत्मनिर्भर बनने का संकल्प लिया. आत्मनिर्भर भारत देशवासियों के मन-मस्तिष्क में छाया है. ये आज सिर्फ शब्द नहीं रहा, बल्कि 130 करोड़ देशवासियों के लिए मंत्र बन गया है. अब हमें आत्मनिर्भर बनना होगा लेकिन अब दूसरों पर निर्भरता खत्म करनी होगी. जब तक हम इंपोर्ट करते रहेंगे तब तक हम अपनी स्किल को नहीं बढ़ा पाएंगें.
प्रधानमंत्री ने कहा, आत्मनिर्भर भारत के सामने लाखों चुनौतियां हैं. लेकिन अगर देश के सामने लाखों चुनौतियां है तो देश के पास करोड़ों समाधान देने वाली शक्ति भी हैं, देशवासी भी हैं जो समाधान का सामर्थ्य देते हैं. कोरोना संकट काल में हमें बहुत चीजें दुनिया से लाने की जरूरत है, लेकिन दुनिया दे नहीं पा रही है. ऐसे में हमारे देश के उद्योग जगत के लोगों ने जिम्मेदारी उठाई. पहले एन-95 मास्क देश में नहीं बनता था अब बनने लगे. पीपीई, वेटिंलेटर नहीं बनते थे अब बनने लगे हैं. देश के आवश्यकताओं की पूर्ति हुई, साथ ही दुनिया में एक्सपोर्ट करने की हमारी ताकत बढ़ गई. आत्मनिर्भर भारत कैसे दुनिया की मदद कर सकता है, आज आप ये देख सकते हैं.
"देश आज 110 जिले काफी पीछे"
पीएम ने कहा कि देश आज 110 जिले काफी पीछे हैं और हमारा लक्ष्य है कि वे सभी जिले आत्मनिर्भर भारत की विकास यात्रा में आगे बढ़ें. मुझे विश्वास है कि भारत आत्मनिर्भर जरूर बनेगा. मुझे अपने देश की श्रमशक्ति के साथ-साथ प्रतिभा और सामर्थ्य पर पूरा भरोसा है.
पीएम ने कहा कि पूरी दुनिया भारत के परिवर्तन को देख रही है. इसी का कारण है कि एफडीआई ने अबतक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. अब एफडीआई में 18 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. अब हमें मेक इन इंडिया के साथ-साथ मेक फॉरवर्ड की तरफ बढ़ना है.
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