G-7 Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) जी-7 समिट (G-7 Summit) के लिए जर्मनी (Germani) पहुंचे हैं. इस दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ट्वीट कर बताया जी-समिट सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी ने जलवायु, ऊर्जा, स्वास्थ्य के अलावा हरित विकास, स्वच्छ ऊर्जा सतत जीवन शैली सहित पूरे विश्व की भलाई के लिए भारत के प्रयासों पर प्रकाश डाला है. इससे पहले पीएम मोदी (PM Modi) ने दुनिया भर से आए राष्ट्राध्यक्षों के साथ फोटो सेशन (Photo Session) भी करवाया. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (US President) ने पीएम मोदी के कंधे पर हाथ रखकर अपनी उपस्थिति का एहसास करवाया तो पीएम मोदी ने भी उसी लहजे में पलटकर गर्मजोशी से उनका स्वागत किया. 


ये तस्वीर दुनिया के नक्शे पर भारत की महत्ता को दर्शा रही थी. ये तस्वीर दिखा रही थी किस तरह से दुनिया में तेजी से भारत का कद बढ़ रहा है.वहीं इसके पहले जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज ने सोमवार को जी-7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया, जहां दुनिया के सात सबसे अमीर देशों के नेता यूक्रेन पर रूसी आक्रमण, खाद्य सुरक्षा और आतंकवाद से मुकाबला सहित विभिन्न महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे. शोल्ज ने दक्षिणी जर्मनी में शिखर सम्मेलन के सुरम्य आयोजन स्थल श्लॉस इलमाउ पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी की अगवानी की. मोदी जी-7 के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रविवार से दो-दिवसीय यात्रा पर जर्मनी में हैं.


अरिंदम बागची ने शेयर किए ग्रुप फोटोज
विदेश मंत्री के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, "न्यायसंगत दुनिया की ओर बढ़ने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं. जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज़ ने श्लॉस इलमाउ में जी-7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत किया." शिखर सम्मेलन शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से हाथ मिलाया. सभी नेता ग्रुप फोटो के लिए इकट्टा हुए थे.


यूक्रेन संकट पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद
दुनिया के सात सबसे अमीर देशों के नेताओं से यूक्रेन संकट (Ukrain Crisis) पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद है, जिसके चलते न केवल वैश्विक खाद्य (Global Food) व ऊर्जा संकट (Energy Crisis) को बढ़ावा मिला है बल्कि इसके कारण भूराजनीतिक उथल-पुथल भी पैदा हुई है. जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्ज (olaf scholz) के निमंत्रण के बाद मोदी दक्षिणी जर्मनी के शोल्ज इलमाउ के अल्पाइन कैसल में आयोजित जी7 शिखर सम्मेलन (G-7 Summit) में भाग ले रहे हैं. जर्मनी जी-7 के अध्यक्ष के रूप में शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. जी-7 शिखर सम्मेलन के मेजबान जर्मनी ने भारत के अलावा अर्जेंटीना, इंडोनेशिया, सेनेगल और दक्षिण अफ्रीका को भी अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है.


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