जम्मू-कश्मीर के दौरे पर पहुंचे PM नरेंद्र मोदी ने उठाया हिंसा और कश्मीरी पंडितों का मुद्दा
लद्दाखी भाषा में लोगों का अभिवादन करने के बाद मोदी ने कहा, "लद्दाख साहसी लोगों की भूमि है. चाहे वह 1947 हो, 1962 हो या कारगिल संघर्ष, लद्दाख के साहसी लोगों ने हमेशा भारत की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा की है."
लेह: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दिवसीय दौरे पर रविवार को जम्मू और कश्मीर पहुंचे. यहां वह विकास परियोजनाओं का उद्धाटन करेंगे और राज्य में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लोकसभा चुनाव अभियान की औपचारिक शुरुआत करेंगे. उन्होंने यहां एक जनसभा को संबोधित कर अपने दौरे की शुरुआत की. इस दौरान मोदी ने लद्दाखी पोशाक पहन रखी थी.
लद्दाखी भाषा में लोगों का अभिवादन करने के बाद मोदी ने कहा, "लद्दाख साहसी लोगों की भूमि है. चाहे वह 1947 हो, 1962 हो या कारगिल संघर्ष. लद्दाख के साहसी लोगों ने हमेशा भारत की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा की है."
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि यहां वह उन परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे जिनकी नींव उन्होंने पहले रखी थी. मोदी ने कहा, "आपके स्वागत की गर्माहट ने मुझे उस ठंड से राहत दिलाई है जो मैंने आज यहां लैंड करने के बाद महसूस की."
उन्होंने कहा, "मैं उन बुजुर्ग माताओं के आशीर्वाद से अभीभूत हूं जो कड़कड़ाती ठंड के बावजूद मेरी अगुवाई के लिए यहां पहुंचीं. मैं इस क्षेत्र के विकास के जरिए आपके प्यार को सूद समेत वापस करने की प्रतिबद्धता जताता हूं."
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले साल तीन लाख से अधिक पर्यटकों ने लेह की यात्रा की और इसी अवधि में लगभग एक लाख लोगों ने कारगिल की भी यात्रा की. मोदी ने कहा, "यह आंकड़ा पिछले साल समूची कश्मीर घाटी में आए पर्यटकों की संख्या का लगभग आधा है. आने वाले सालों में लद्दाख में पर्यटन नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगा और मैं यह वादा करता हूं."
उन्होंने कहा, "यहां विश्वविद्यालय स्थापित करने की लंबे समय से चली आ रही आपकी मांग आज पूरी हो रही है."
प्रधानमंत्री यहां 35,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे. इसके बाद वह सांबा जिले के विजयपुर कस्बे में एक बड़ी सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए जम्मू क्षेत्र में बीजेपी के लोकसभा चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगे. प्रधानमंत्री के दौरे के मद्देनजर श्रीनगर में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं.
PM Modi: Aaj main bahut hi mehtvapoorn vishay pe baat karna chahta hoon aur wo vishay hai Kashmiri Pandit. Kendra sarkar unke adhikar, samman or gaurav ke liye pratibadh hai. Unhe hinsa or aatankwaad ke jis daur mein apna ghar chhodna pada, vo Hindustan kabhi nahi bhool sakta. pic.twitter.com/6m2wW2mbA0
— ANI (@ANI) February 3, 2019