शिवराज सिंह, खट्टर, कुमार स्वामी... जानिए Modi 3.O कैबिनेट में किन किन नए चेहरों की हुई एंट्री
Narendra Modi 3.O Cabinet: Modi 3.O में इस बार कई नए चेहरों को मौका दिया गया है. इसमें कई पूर्व सीएम भी शामिल हैं. इनमें शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर, कुमार स्वामी जैसे नेता शामिल हैं.
नरेंद्र मोदी ने रविवार को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. उनके साथ कई सांसदों ने मंत्रिपद की भी शपथ ली. इनमें से कई नेता ऐसे हैं, जो मोदी के पहले और दूसरे कार्यकाल में भी कैबिनेट में शामिल हुए थे. जबकि इस बार कई ऐसे चेहरे भी हैं, जिन्हें पहली बार शामिल किया गया है.
- शिवराज सिंह चौहान ने पहली बार कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की. वे इससे पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. वे इस बार मध्य प्रदेश की विदिशा से लोकसभा चुनाव जीते हैं.
- मनोहरलाल खट्टर भी पहली बार कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की. वे 9 साल तक हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे. खट्टर हरियाणा की करनाल से पहली बार सांसद चुने गए हैं.
- एचडी कुमारस्वामी- कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री हैं. पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के बेटे हैं और वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं. तीसरी बार लोकसभा सांसद बने हैं. एनडीए के सहयोगी जनता दल सेक्युलर के नेता हैं.
- जेपी नड्डा की एक बार फिर मोदी कैबिनेट में वापसी हुई है. वे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. 2014 में मोदी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे. हिमाचल सरकार में भी कैबिनेट मंत्री रहे हैं. हालांकि, 2019 की मोदी कैबिनेट में उन्हें जगह नहीं मिली थी.
- ललन सिंह एनडीए के सहयोगी दल जनता दल यूनाइटेड के नेता हैं. जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और नीतीश कुमार के करीबी माने जाते हैं. वे मुंगेर से सांसद चुने गए हैं और पहली बार केंद्रीय मंत्री बने हैं.
- के राममोहन नायडू- आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम से सांसद हैं, पूर्व मंत्री येरेन नायडू के बेटे हैं. इस बार सबसे युवा कैबिनेट मंत्री हैं. उनकी उम्र 36 साल है.
- जुएल ओराम ओडिशा के सुंदरगढ़ से सांसद चुने गए हैं. अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रह चुके हैं. छठी बार सांसद चुने गए हैं. बड़े आदिवासी चेहरे के तौर पर पहचाने जाते हैं.
- जीतनराम मांझी पहली बार केंद्रीय मंत्री बने हैं. वे एनडीए गठबंधन के सहयोगी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के नेता हैं. बिहार के पूर्व मुख्यंत्री रहे हैं. दलित समुदाय से आते हैं और पहली बार सांसद बने हैं.
- चिराग पासवान- बिहार के हाजीपुर से सांसद हैं. एनडीए के सहयोगी दल लोक जनशक्ति पार्टी- रामविलास के नेता हैं. पहली बार केंद्रीय मंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की.
- सीआर पाटिल पहली बार केंद्रीय मंत्री बने हैं. उनकी उम्र 59 साल है. गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष हैं और नवसारी सीट से सांसद चुने गए हैं. लगातार चौथी बार चुनाव जीते हैं. 2019 में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड बनाया था.
- प्रताप राव जाधव ने राज्य मंत्री पद की शपथ ली. जाधव महाराष्ट्र की बुलढाणा सीट से सांसद हैं और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रह चुके हैं. तीसरी बार लोकसभा चुनाव जीते हैं और पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं.
- जयंत चौधरी एनडीए की सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष हैं. उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं और पहली बार केंद्र में मंत्री बनेंगे. पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पोते हैं.
- जितिन प्रसाद उत्तर प्रदेश की पीलीभीत सीट से सांसद हैं. 2021 में कांग्रेस से बीजेपी में आए. मनमोहन सिंह सरकार में भी मंत्री रहे. पहली बार मोदी कैबिनेट में शामिल हुए हैं.
- रामनाथ ठाकुर बिहार से राज्यसभा सांसद हैं. भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर के बेटे हैं. एनडीए की सहयोगी पार्टी जनता दल यूनाइटेड के नेता हैं और अति पिछड़ा वर्ग से आते हैं. पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं.
- वो सोमन्ना कर्नाटक की तुमकुर सीट से सांसद हैं. पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं.
- सुरेश गोपी केरल की त्रिशूर सीट से सांसद हैं. केरल से बीजेपी के पहले सांसद हैं. मलयालम फिल्मों के चर्चित एक्टर हैं. पहली बार मंत्री बन रहे हैं.
- पी चंद्रशेखर देश के सबसे अमीर सांसद हैं. आंध्र प्रदेश के गुंटूर से पहली बार लोकसभा चुनाव जीते हैं. पहली बार ही केंद्र में मंत्री बन रहे हैं.
- कीर्तिवर्धन सिंह उत्तर प्रदेश की गोंडा से सांसद हैं. पहली बार मंत्री बन रहे हैं. पांचवीं बार के सांसद हैं. पूर्वांचल में बीजेपी के बड़े नेता माने जाते हैं.
- अजय टम्टा उत्तराखंड के अल्मोड़ा से सांसद चुने गए हैं. पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं.
- बंदी संजय कुमार तेलंगाना के करीमनगर से सांसद हैं. पहली बार मंत्री बने हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव हैं और तेलंगाना बीजेपी प्रमुख रह चुके हैं.
- कमलेश पासवान उत्तर प्रदेश के बांसगांव से सांसद चुने गए हैं. लगातार चौथी बार चुनाव जीते हैं और पहली बार मंत्री बन रहे हैं.
- भागीरथ चौधरी राजस्थान के अजमेर से सांसद चुने गए हैं. जाट समुदाय से आते हैं और पहली बार मंत्री बनाए गए हैं.
- सतीश दुबे बिहार से राज्यसभा सांसद हैं. 2014 में लोकसभा सांसद चुने गए थे और पहली बार केंद्र में मंत्री बनाए गए हैं. 3 बार विधायक रहे हैं.
- संजय सेठ पहली बार मंत्री बने हैं. झारखंड के रांची से सांसद हैं. राजनीति में आने से पहले उद्योगपति थे और लगातार दूसरी बार चुनाव जीते हैं.
- रवनीत बिट्टू- फिलहाल किसी सदन के सदस्य नहीं हैं. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते हैं और तीन बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं. चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए. पहली बार मोदी सरकार में मंत्री बने हैं.
- दुर्गादास उइके- मध्य प्रदेश के बैतूल से लोकसभा सांसद हैं. आदिवासी समाज से आते हैं. पहली बार केंद्र में मंत्री बने.
- रक्षा खडसे- महाराष्ट्र की रावेर सीट से सांसद चुनी गई हैं. महाराष्ट्र के कद्दावर नेता एकनाथ खडसे की बेटी हैं. पहली बार केंद्र में मंत्री बनीं.
- सुकांत मजूमदार- पश्चिम बंगाल की बलूरघाट सीट से सांसद चुने गए हैं. पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष हैं और लगातार दूसरी बार लोकसभा चुनाव जीते हैं. पहली बार मंत्री बनाए जा रहे हैं.
- सावित्री ठाकुर- मध्य प्रदेश के धार से लोकसभा सांसद हैं. दूसरी बार चुनाव जीती हैं और आदिवासी समाज से आती हैं. जिला पंचायत से राजनीति की शुरुआत की. अब पहली बार मंत्री बनी हैं.
- तोखन साहू पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से लोकसभा सांसद चुने गए हैं.
- राजभूषण निषाद बिहार के मुजफ्फरपुर से सांसद हैं. कुछ दिन पहले ही बीजेपी में शामिल हुए थे. ओबीसी समुदाय से आते हैं.पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं.
- भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा आंध्र प्रदेश के नरसापुरम से सांसद हैं. पहली बार लोकसभा चुनाव जीते हैं. बूथ कार्यकर्ता के पद से राजनीति की शुरुआत की. पहली बार मंत्री बनाए गए हैं.
- हर्ष मल्होत्रा- पूर्वी दिल्ली से लोकसभा सांसद चुने गए हैं. पहली बार सांसद बने हैं और पहली बार ही मंत्री परिषद में जगह मिली है. पार्षद से राजनीति की शुरुआत की और पूर्वी दिल्ली के मेयर भी रहे.
- निमूबेन बांभनिया- गुजरात की भावनगर सीट से जीती हैं. पहली बार मंत्री बनाई गई हैं.
- मुरलीधर मोहोल - महाराष्ट्र के पुणे से लोकसभा सांसद चुने गए हैं. पुणे के मेयर रह चुके हैं. पहली बार चुनाव जीते हैं और मंत्री बनाए गए हैं.
- जॉर्ज कुरियन- किसी सदन के सदस्य नहीं हैं. केरल बीजेपी के महासचिव हैं और ईसाई समुदाय से आते हैं. अल्पसंख्य आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष हैं.
- पबित्रा मार्गरिटा- असम से राज्यसभा सांसद हैं. पहली बार केंद्र में मंत्री बन रहे हैं. स्थानीय फिल्म में अभिनेता रह चुके हैं.