नई दिल्ली: चीन के साथ बनी तनातनी के हालात के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लद्दाख के हालात पर विस्तृत रिपोर्ट ली. सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों सेनाओं से मौजूदा हालात पर विकल्प सुझाने के लिए कहा है. तीनों सेनाओं की तरफ से लद्दाख में चीन के साथ बने हालात पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विस्तृत रिपोर्ट दी गई. इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और सीएसडी अजित डोभाल भी मौजूद थे.
तीनों सेनाओं ने मौजूदा हालातों के मद्देनजर आसपास मौजूद डिफेंस असेट्स और तनाव बढ़ने के हालात में रणनीतिक और सामरिक विकल्पों को लेकर सुझाव दिए. तीनों सेनाओं ने मौजूदा हालात को लेकर अपनी तैयारियों का ब्लूप्रिंट भी प्रधानमंत्री को सौंपा. पीएम मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और सीडीएस जनरल बिपिन रावत से हालात की जानकारी ली. जनरल बिपिन रावत ने तीनों सेनाओं की तरफ से मौजूदा हालात और उससे निपटने के इनपुट दिए, साथ ही सेनाओं की तैयारियों का खाका पेश किया.
बता दें पूर्वी लद्दाख से सटे हुए चीन के इलाके में चीन और पाकिस्तान का शाहीन नाम का युद्ध अभ्यास चल रहा था. इसके बाद से चीन दौलत बेग ओल्डी, गलवान नाला और पेंग्योंग लेक पर अपने 5000 से ज्यादा सिपाही टेंटो के साथ तैनात कर दिए हैं. भारत ने भी चीन के सैनिकों के सामने बराबर की तादाद में टेंट लगाकर अपने सिपाही तैनात कर दिए. इससे पहले 6 और 7 मई को चीन और भारत के सैनिकों की सीमा की निगरानी के दौरान पेंग्योंग लेक इलाके में झड़प भी हुई थी. इसके बाद से पूर्वी लद्दाख की सीमा पर भारत लगातार तनाव बना हुआ है.
दरअसल, चीन पूर्वी लद्दाख इलाके में भारत की सड़क और अन्य सामरिक तैयारियों को लेकर परेशान है और चाहता है कि भारत इस इलाके में सभी तरह के निर्माण को रोक ले. लेकिन भारत किसी भी निर्माण कार्य को रोकने के पक्ष में नहीं है. इस बार चीन को उसी की भाषा में जवाब देने और आरपार के मूड में है.