नई दिल्ली: देशभर के कई हिस्सों में किसानों के हो रहे आंदोलनों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि इस साल के बजट में किसानों को फसलों की उचित कीमत दिलाने के लिए एक बड़ा निर्णय लिया गया है. उन्होंने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में कहा कि यह तय किया गया है कि 'अधिसूचित फसलों' के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी), उनकी लागत का कम-से-कम डेढ़ गुणा घोषित किया जाएगा.


मोदी ने कहा, ''एमएसपी के लिए जो लागत जोड़ी जाएगी, उसमें दूसरे श्रमिक का मेहनताना, मवेशी, मशीन का खर्च, बीज का मूल्य, खाद का मूल्य, सिंचाई का खर्च, जमीन की रेवन्यू, कीमत, ब्याज, अगर जमीन लीज पर ली गई है तो उसका किराया और किसान या उसके परिवार में से कोई कृषि-कार्य में श्रम योगदान करता है, उसका मूल्य भी उत्पादन लागत में जोड़ा जाएगा।''


पीएम मोदी ने कहा, ''किसानों को फसल की उचित कीमत मिले इसके लिए देश में एग्रीकल्चर मार्किटिंग रिफॉर्म पर भी बहुत व्यापक स्तर पर काम हो रहा है.''


पीएम मोदी ने अंबेडकर को किया याद


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 14 अप्रैल डॉ बाबा साहब अंबेडकर की जन्म-जयंती है. कभी उनका का मजाक उड़ाया गया था आज हम उनके विजन पर काम कर रहे हैं.


मोदी ने कहा, ''बहुत से लोगों ने अम्बेडकर का मजाक उड़ाया और उन्हें पीछे धकेलने की कोशिश की.... हर संभव प्रयास किए गए कि एक गरीब और पिछड़े परिवार का बेटा जिंदगी में तरक्की न कर सके ....जिंदगी में सफल न हो सके और कहीं कुछ बन न जाए. लेकिन नए भारत की तस्वीर इससे एकदम अलग है.यह वह भारत है जो अम्बेडकर का भारत है, गरीब का भारत है, पिछड़े का भारत है.''


उन्होंने कहा कि वर्षों पहले डॉ० बाबा साहब अंबेडकर ने भारत के औद्योगिकीकरण की बात कही थी. उद्योगों का विकास शहरों में ही संभव होगा यही सोच थी जिसके कारण डॉ० बाबा साहब अंबेडकर ने भारत के शहरीकरण पर भरोसा किया.


मोदी ने कहा, ''बाबा साहब का आत्मनिर्भरता में दृढ़ विश्वास था. वे नहीं चाहते थे कि कोई व्यक्ति हमेशा गरीबी में अपना जीवन जीता रहे.'' उन्होंने कहा, ''बाबा साहब अंबेडकर के वीजन को आगे बढ़ाते हुए स्मार्ट सिटी, अर्बन मिशन की शुरुआत की गई ताकि बड़े नगरों, छोटे शहरों में हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराई जा सके.''


उन्होंने कहा, ''डॉ० अंबेडकर की जन्म जयंती के अवसर पर 14 अप्रैल से 5 मई तक ‘ग्राम-स्वराज अभियान’ आयोजित किया जा रहा है. इसके तहत पूरे भारत में ग्राम-विकास, ग़रीब-कल्याण और सामाजिक-न्याय पर अलग-अलग कार्यक्रम होंगे. आप सभी इस अभियान में हिस्सा लें.''


स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में कहा, ''स्वच्छ भारत और स्वस्थ भारत दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं. स्वास्थ्य के क्षेत्र में आज देश आगे बढ़ चुका है.'' उन्होंने कहा, ''देश में स्वास्थ्य से जुड़ा हर काम जहां पहले सिर्फ स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेदारी होती थी, वहीं अब सारे विभाग और मंत्रालय, राज्य सरकारें साथ मिलकर स्वस्थ-भारत के लिए काम कर रहे हैं.''

पीएम मोदी ने कहा, ''देश-भर में 3 हजार से अधिक जन-औषधि केंद्र खोले गए हैं जहां 800 से ज्यादा दवाइयां कम कीमत पर उपलब्ध करायी जा रही हैं. और भी नए केंद्र खोले जा रहे हैं. हृदय-रोगियों के लिए हर्ट स्टैंट की कीमत 85 प्रतिशत तक कम कर दी गई है.''

उन्होंने कहा, ''आयुष्मान भारत योजना के तहत करीब 50 करोड़ नागरिकों को इलाज के लिए 1 साल में 5 लाख रूपए का खर्च, भारत सरकार और बीमा कंपनी मिलकर देंगी.''

मोदी ने कहा, ''मौजूदा 479 मेडिकल कॉलेजों में MBBS की सीटों की संख्या बढ़ाकर लगभग 68 हज़ार कर दी गई हैं. विभिन्न राज्यों में नए एम्स खोले जा रहे हैं. हर 3 जिलों के बीच एक नया मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा.''

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के आखिरी में कहा कि अगले कुछ दिनों में कई त्योहार आने वाले हैं. भगवान महावीर जयंती, हनुमान जयंती, ईस्टर, वैसाखी. आप सब को आने वाले सभी त्योहारों की ढ़ेरों शुभकामनाएं.