नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात’ कार्यक्रम का प्रसारण आज सुबह 11 बजे होगा. मन की बात’ कार्यक्रम का प्रसारण दूरदर्शन और आकाशवाणी पर होगा. अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप और देश में शाहीन बाग जैसे मुद्दों के बीच पीएम मोदी का मन की बात कार्यक्रम आज हो रहा है. इससे पहले 26 जनवरी को पीएम ने मन की बात की थी.


गणतंत्र दिवस पर इसके प्रसारण का समय बदला गया था. सुबह 11 बजे की बजाय आज के लिए शाम 6 बजे का वक्त तय किया गया था. यह प्रधानमंत्री मोदी का नये साल में पहला 'मन की बात' कार्यक्रम था. परीक्षाओं के मद्देनजर माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मन की बात कार्यक्रम में छात्रों से विशेष संवाद कर सकते हैं.


गणतंत्र दिवस पर मन की बात में क्या बोले पीएम मोदी?
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गणतंत्र दिवस पर 'मन की बात' में कहा कि हिंसा से किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता है और शांति हर सवाल के जवाब का आधार होना चाहिए. उन्होंने लोगों से अपील की कि एकजुटता से हर समस्या के समाधान का प्रयास हो और भाईचारे के जरिये हर विभाजन और बंटवारे की कोशिश को नाकाम करें.


आकाशवाणी पर प्रसारित 'मन की बात' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा, ''हम इक्कीसवीं सदी में हैं, जो ज्ञान-विज्ञान और लोक-तंत्र का युग है. क्या आपने किसी ऐसी जगह के बारे में सुना है जहां हिंसा से जीवन बेहतर हुआ हो?'' उन्होंने पूछा, ''क्या आपने ऐसी किसी जगह के बारे में सुना है, जहां शांति और सद्भाव जीवन के लिए मुसीबत बने हों ?''


प्रधानमंत्री ने कहा, ''देश के किसी भी कोने में अब भी हिंसा और हथियार के बल पर समस्याओं का समाधान खोज रहे लोगों से आज, इस गणतंत्र-दिवस के पवित्र अवसर पर अपील करता हूं कि वे वापस लौट आएं. मुद्दों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने में, अपनी और इस देश की क्षमताओं पर भरोसा रखें.'' ब्रू-रियांग शरणार्थियों का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि दिल्ली में एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किये गए. इसके साथ ही, लगभग 25 साल पुरानी ब्रू-रियांग शरणार्थी समस्या के एक दर्दनाक अध्याय का अंत हुआ.