(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
मोदी सर की क्लास: 'परीक्षा पर चर्चा' कार्यक्रम में आज बच्चों से बात करेंगे पीएम, तनाव से मुक्त रहने के गुर सिखाएंगे
प्रधानमंत्री से पूछने के लिए जो सवाल भेजे हैं उसमें बड़ी तादाद पढ़ाई -लिखाई, परीक्षा के तनाव और उनके स्वास्थ्य से जुड़े हुए हैं. सूत्रों के मुताबिक कुछ सवाल वर्तमान राजनीतिक हालात और अर्थव्यवस्था से भी जुड़े हुए हैं.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में परीक्षा पर चर्चा करने वाले हैं. इस चर्चा में हिस्सा लेने के लिए 9वीं से 12 वीं क्लास के छात्रों को एक निबंध प्रतियोगिता के जरिए चुना गया जिसमें छात्रों ने अलग अलग मुद्दों पर निबंध लिखे. कार्यक्रम दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आज 11 बजे होगा. कार्यक्रम को लेकर हर साल की तरह इस बार भी 10वीं और 12वीं के छात्रों में खासा उत्साह है.
परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री ने ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए थे. परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम के लिए मानव संसाधन मंत्रालय ने बाकायदा राज्यों को इसकी जिम्मेदारी दी थी और उसके लिए एक बजट भी तैयार किया गया था. करीब 6 करोड रुपए छात्रों के रहने, आने-जाने के इंतजाम पर मानव संसाधन मंत्रालय खर्च कर रहा है.ताकि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से रूबरू होकर सवाल पूछ सकें और परीक्षा से जुड़े तनाव पर चर्चा कर सकें.
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परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में छात्रों ने प्रधानमंत्री से पूछने के लिए जो सवाल भेजे हैं उसमें बड़ी तादाद पढ़ाई -लिखाई, परीक्षा के तनाव और उनके स्वास्थ्य से जुड़े हुए हैं. सूत्रों के मुताबिक कुछ सवाल वर्तमान राजनीतिक हालात और अर्थव्यवस्था से भी जुड़े हुए हैं. लेकिन चूंकि कार्यक्रम की रूपरेखा पूरी तरह से गैर राजनीतिक है इसलिए केवल परीक्षा,-पढ़ाई -लिखाई और सेहत से जुड़े सवाल ही इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री से पूछे जा सकते हैं.
प्रधानमंत्री मोदी की छात्रों के साथ होने वाली परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में इस बार एक खास वैल्यू भी जुड़ने जा रहा है. इस बार कार्यक्रम को होस्ट 2 स्कूली बच्चे मिलकर करेंगे. ये छात्र केंद्रीय विद्यालय के हैं. इससे पहले कार्यक्रम को होस्ट करने के लिए प्रोफेशनल एंकर को बुलाया किया जाता था.
तीन सालों के दौरान प्रधानमंत्री की परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम का बेहद सकारात्मक असर बच्चों पर देखा गया और उसी को देखते हुए इस बार कार्यक्रम को और विस्तृत रूप दिया गया है. पिछले सालों के मुकाबले हर साल छात्रों की भागीदारी भी बढ़ी है.