CBSE के छात्रों को प्रधानमंत्री मोदी का संदेश, कहा- जिंदगी को जी भर कर जिएं, उम्मीद कभी न छोड़ें
जो छात्र इन नतीजों से खुश नहीं है उन्हें संदेश देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि एक परीक्षा यह परिभाषित नहीं करती कि वे कौन हैं?
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10वीं और 12वीं कक्षाओं की केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) परीक्षा में पास हुए अपने ‘‘युवा साथियों’’ को बुधवार को बधाई दी. उन्होंने कि जो इस नतीजे से खुश नहीं है उन्हें याद रखना चाहिए कि एक परीक्षा यह परिभाषित नहीं करती कि वे कौन हैं?
प्रधानमंत्री ने टृवीट कर कहा, ‘‘10वीं और 12वीं की सीबीएसई परीक्षा में पास मेरे युवा साथियों को बधाई. मैं आप सभी के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं.’’ उन्होंने कहा कि जो इन परिणामों से खुश नहीं हैं उनसे वे कहना चाहते हैं कि एक परीक्षा यह परिभाषित नहीं करती कि वे कौन हैं.
For those who aren’t happy with their CBSE Class X and XII results, I want to tell them- one exam doesn’t define who you are. Each of you is blessed with numerous talents. Live life to the fullest. Never lose hope, always look ahead. You will do wonders!
— Narendra Modi (@narendramodi) July 15, 2020
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘आप सभी में प्रतिभा कूट-कूट कर भरी हुई है. जिंदगी को जी भर कर जियें. उम्मीद का दामन कभी मत छोड़िये, हमेशा भविष्य की ओर देखिए. आप सब चमत्कार करोगे.’’
सीबीएसई ने सोमवार को 12वीं कक्षा के नतीजे घोषित किए थे. इसमें लड़कियों का पासिंग परसेंटेज लड़कों की तुलना में 5.96 फीसदी बेहतर रहा. इस साल 12वीं कक्षा में कुल 88.78 फीसदी विद्यार्थी पास हुए, जबकि 2019 में इसका प्रतिशत 83.40 फीसदी था. यानी, पिछले साल की तुलना में इस साल 5.38 फीसदी अधिक विद्यार्थी पास हुए.
10वीं कक्षा में लड़कियों के पास होने का परसेंटेज लड़कों की तुलना में 3.17 फीसदी अधिक रहा और कुल 91.46 फीसदी छात्र पास हुए. इस साल 10वीं कक्षा में कुल 91.46 फीसदी छात्र पास हुए, जबकि 2019 में 91.10 फीसदी छात्र पास हुए थे. यानी, पिछले साल की तुलना में इस साल 0.36 फीसदी अधिक छात्र पास हुए.
इस साल लड़कियों का पास परसेंटेज 93.31 रहा, जबकि लड़कों का पास परसेंटेज 90.14 फीसदी रहा. ट्रांसजेंडर का पास परसेंजेट 78.95 रहा. 10वीं कक्षा की परीक्षा में 41,804 छात्रों को 95 फीसदी से अधिक अंक मिले, जबकि 1,84,358 छात्रों ने 90 फीसदी से अधिक अंक हासिल किए.
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