सऊदी अरब पहुंचे पीएम मोदी का जबरदस्त स्वागत, तेल, गैस, सिविल एविएशन और ऊर्जा के क्षेत्र में होंगे अहम समझौते
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘फ्यूचर इन्वेस्टमेंट इनिशिएटिव फोरम’ के सत्र में शामिल होने के लिए सऊदी अरब पहुंचे हैं. पीएम मोदी की सऊदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद के साथ भी बैठक होगी.
रियाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब पहुंच चुके हैं. यहां रियाद में एयरपोर्ट पर उनका जबरदस्त स्वागत किया गया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने पीएम मोदी की तस्वीर के साथ ट्वीट कर कहा कि रियाद के गर्वनर एचआरएच प्रिंस फैसल बिन अल सऊद ने प्रधानमंत्री का औपचारिक स्वागत किया. दोनों देशों ने ऐतिहासिक भारत-सऊदी संबंधों के विस्तार के एक रोमांचक चरण में प्रवेश किया है.
प्रधानमंत्री मोदी सऊदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद के आमंत्रण पर तीसरे ‘फ्यूचर इन्वेस्टमेंट इनिशिएटिव फोरम’ के सत्र में शामिल होने के लिए यहां पहुंचे हैं. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''एक महत्वपूर्ण दोस्त के साथ संबंधों को और मजबूत करने के उद्देश्य से सऊदी अरब पहुंचा. इस यात्रा के दौरान कई में कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे.''
Landed in the Kingdom of Saudi Arabia, marking the start of an important visit aimed at strengthening ties with a valued friend. Will be taking part in a wide range of programmes during this visit. pic.twitter.com/3MskcllePr
— Narendra Modi (@narendramodi) October 28, 2019
मोदी अपनी यात्रा के दौरान सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान के साथ आज द्विपक्षीय चर्चा करेंगे. दोनों पक्ष तेल एवं गैस, नवीन, नवीकरणीय ऊर्जा और नागर विमानन क्षेत्रों में समझौतों पर हस्ताक्षर कर सकते हैं. दोनों देश प्रमुख मुद्दों पर समन्वय के लिये रणनीतिक भागीदारी परिषद स्थापित करने को लेकर समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे. परिषद के अध्यक्ष प्रधानमंत्री मोदी और सऊदी युवराज होंगे. इसकी बैठक हर दो साल पर होगी.
प्रधानमंत्री ने यात्रा पर रवाना होने से पहले एक बयान में कहा, ‘‘मैं सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान से भी मिलूंगा और द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न मुद्दों तथा पारस्परिक हित के क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा करूंगा.’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह ‘फ्यूचर इन्वेस्टमेंट फोरम’ में अपनी भागीदारी को लेकर आशान्वित हैं जहां वह 2024 तक देश के पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य की ओर बढ़ने के साथ भारत में वैश्विक निवेशकों के लिए बढ़ते व्यापार और निवेश अवसरों पर बात करेंगे. पीएम मोदी सम्मेलन में ‘भारत के लिये आगे क्या’? विषय पर एक सत्र को संबोधित करेंगे. इस मंच को ‘मरुभूमि में दावोस’ कहा जाता है.