नई दिल्ली: हथियारों के आयात से भारत कभी भी दुनिया की एक बड़ी ताकत नहीं बन सकता है. इसके लिए भारत को एक डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग-हब बनाने की जरूरत है‌. ये कहना है देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मंगलवार को लखनऊ में ग्याहरवें डिफेंस एक्सपों की कर्टन-रेज़र कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे‌.


इस मौके पर राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बदौलत आज पूरी दुनिया में भारत को संजीदगी से लेना शुरू कर दिया है‌. इसके लिए बेहद जरूरी है कि भारत एक आर्थिक ताकत भी बन सके. भारत को फाइव ट्रिलियन ईकोनोमी बनाया जा सके ताकि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी ईकोनोमी बन सके.


बुधवार से लखनऊ में डिफेंस एक्सपो की शुरूआत हो रही है. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एशिया की इस सबसे बड़ी रक्षा प्रदर्शनी का उदघाटन करेंगे. रक्षा मंत्री ने बताया कि इस बार डिफेंस एक्सपो में कुल 1028 कंपनिया हिस्सा ले रही है जिसमें 172 विदेशी कंपनियां हैं.


राजनाथ सिंह के मुताबिक उत्तर प्रदेश की राजधानी में पहली बार हो रहे इस डेफ एक्सपो में दुनियाभर के 70 देश हिस्सा ले रहे हैं. करीब 40 देशों के मंत्री इस बार डिफेंस एक्सपो में शिरकत कर रहे हैं.


इस बार फ्रांस, यूएस, रशिया और दक्षिण कोरिया के साथ भारत रक्षा क्षेत्र में सहयोग को लेकर डिफेंस एक्सपो के दौरान विशेष तौर से बैठक और सेमिनार का आयोजन कर रहा है. अफ्रीकी देशों के साथ पहली बार भारत में इस दौरान एक खास बैठक का आयोजन किया गया है.


पांच दिन चलने वाले डिफेंस एक्सपो में करीब 500 बीटूबी यानि बिजेनस मीटिंग होने वाली हैं. इस दौरान कई अहम एमओयू पर हस्ताक्षर होने जा रहे हैं.


कर्टन रेज़र कांफ्रेंस में बोलते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लखनऊ में डिफेंस एक्सपो आयोजित करने से प्रदेश के डिफेंस-कोरिडोर को मजबूती मिलेगी और यहां रक्षा क्षेत्र की ईकाइयां स्थापित होंगी जिससे युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे.