नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार अपने कार्यकाल का चार साल पूरे होने पर जश्न मना रही है. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दिल्ली और मेरठ के बीच एनएच 24 और इस्‍टर्न पेरीफेरल एक्‍सप्रेसवे का उद्घाटन करेंगे. साथ ही प्रगति मैदान से यूपी गेट तक पीएम रोड शो करेंगे. पीएम का रोड शो 7 किलोमीटर लम्बा होगा. प्रगति मैदान से ग़ाज़ीपुर (यूपी गेट) तक दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का पहला चरण बन कर तैयार है इस पर ही पीएम मोदी खुली जीप में 7 किलोमीटर लम्बा रोड शो करेंगे.


गाजीपुर से हेलीकॉप्टर में सवार होकर पीएम मोदी और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे जायेंगे. ईस्टर्न एक्सप्रेस वे पहुंच कर, पीएम मोदी दिल्ली के फेफड़े कहे जाने वाले ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे का उद्घाटन करेंगे. नितिन गडकरी, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री ने बताया कि पीएम मोदी बागपत के खेखडा में 1 लाख लोगों की रैली को संबोधित करेगे. 15 दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ईपीई के शुरू होने में देरी पर नाराजगी जताई थी. 26 मई को मोदी सरकार चार साल पूरे कर रही है. उसके ठीक एक दिन बाद पीएम मोदी दिल्ली-एनसीआर में मेगा शो करेगें.


क्या है एनएच 24 की खासियत?
मेरठ दिल्ली हाई वे के पहले चरण का काम पूरा हो चुका है. इस चरण के पूरा होने से दिल्ली गाज़ियाबाद के बीच रोज़ यात्रा करने वाले मुसाफिरों को तो बड़ी राहत मिलेगी ही, साथ ही साथ दिल्ली- मेरठ के बीच यात्रा करने वालो को भी राहत मिलेगी. ये दिल्ली मेरठ हाइवे दिल्ली से डासना तक 14 लेन का है. जबकि डासना से मेरठ तक 6 लेन का होगा. दिल्ली मेरठ हाई वे का काम रिकॉर्ड 15 महीने में पूरा किया गया जबकि इसे पूरा करने के लिए 30 महीने का टारगेट रखा गया था. हाई वे के दोनों तरफ वर्टिकल गार्डन विकसित किया गया है साथ ही सड़क के दोनों तरफ ढाई मीटर का साईकल पथ भी बनाया गया है. सोलर सिस्टम से लैस इस हाई वे पर कुतुब मीनार, अशोक स्तंभ जैसे पुरातत्व विरासत को स्मारक चिह्न भी स्थापित किये गए हैं. 8.36 किलोमीटर लंबे(स्ट्रेच) दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को बनाने में 841.50 करोड़ रुपये की लागत आई है, जिसकी लंबाई निजामुद्दीन ब्रिज से शुरू होकर दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा तक है.

प्रदूषण से मिलेगी राहत
दिल्ली के ट्रैफिक जाम और प्रदूषण से राहत दिलाने के लिए तैयार किये गए 6 लेन वाला 135 किलोमीटर लंबा ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे हरियाणा के कुंडली से शुरू होकर गाजियाबाद और नोएडा होते हुए पलवल से मिलेगा. इसके बनने से कुंडली से पलवल के बीच जाने-आने वालों को दिल्ली में एंट्री करने की जरूरत नहीं होगी. यही नहीं ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के चालू होने पर कोलकाता से सीधे जालंधर,अमृतसर और जम्मू जाने-आने वाले वाहनों, खासकर ट्रकों को सबसे ज्यादा फायदा होगा.


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यह देश का पहला ऐसा एक्सप्रेस वे है जिसमें बगीचे बने हैं, सोलर सिस्टम से लैस लाइट लगाई गयी हैं, एक्सप्रेस वे पर सोलर सिस्टम से 4 मेगावाट बिजली पैदा की जा सकेगी. ईस्टर्न एक्सप्रेस वे पर वाहनों की गति सीमा 120 किमी प्रतिघंटा तय की गई है. यानि कि इस स्पीड से अगर आप चले तो 135 किमी की दूरी 70 मिनट में तय की जा सकती है. सरकार का मानना है कि इस एक्सप्रेस वे के चालू होने से 50 फीसदी तक दिल्ली के प्रदूषण में कमी आएगी और ट्रेफिक जाम की समस्या कम हो जाएगी.


सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि 50,000 वाहनों को, जिन्हें दिल्ली आने की जरूरत नहीं होती थी, अब उन्हें शहर में प्रवेश करने की जरूरत नहीं है और उन्हें डायवर्ट कर दिया जाएगा. इस वजह से प्रदूषण और यातायात समस्या का महत्वपूर्ण ढंग से सामाधान होगा.


क्या है चुनावी एंगल?
इस बीच कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा में उपचुनाव भी हो रहे हैं. और मोदी बागपत में एक जनसभा को संबोधित करेंगे. विपक्षी दलों का आरोप है कि मोदी वोटरों को प्रभावित करने के लिए बागपत में रैली कर रहे हैं. दोनों ही क्षेत्रों में 28 मई को वोट डाले जाएंगे.


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